सीसीटीव्ही कैमरे ने उगली चोरों की सच्चाई

शिवपुरी-अमूमन देखा गया है कि कोई भी चोर हो किसी भी प्रकार की वारदात करे तो कम से कम 15 से 30 मिनिट यानि आधा घंटा तो लगता ही है लेकिन बीती 29-30 जनवरी की दरम्यिान रात जिस प्रकार से शातिर चोरों ने महज 8 मिनिट में पांचों को अपना  निशाना बनाकर पुलिस के होश फाख्ता कर दिए है। बारी-बारी की गई चोरियों की वारदातों में महज कुछ ही मिनिटों में चोरों ने हर दुकान में घुसकर चोरी की वारदात की और चंपत हो गए।

यह सारी डिटेल मिली अग्रवाल शोरूम में लगे सीसीटीव्ही कैमरों से जहां चोरों ने किस प्रकार से चोरी की घटना को अंजाम दिया है वह सब दिखाया गया है लेकिन चोरों के चेहरे साफ नजर नहीं आ पाए। फिलहाल पुलिस मामले की पड़ताल में लगी है क्योंकि यह घटना पुलिस के लिए चुनौती से कम नहीं है जहां चोरों ने एक साथ पांच दुकानों पर धावा बोलकर वहां से मात्र नगदी ही गायब की बाद बाकी अन्य सामान को छेड़ा तक नहीं। 

यहां बता दें कि 29 और 30 जनवरी की दरम्यानी रात को चोरों ने पांच दुकानों के ताले चटकाकर सनसनी मचा दी इससे शहर के अमन पसंद नागरिकों में दहशत का वातावरण उत्पन्न हो गया। हर जुवान पर एक ही सवाल था कि क्या कोई नया चोर गिरोह शिवपुरी में आ गया है और इस सवाल का जवाब मिल भी गया। अग्रवाल सुपर स्टोर उन पांच दुकानों में से एक है जिनकी दुकान के ताले चोरों ने चटकाये थे और सुपर स्टोर के बाहर लगे सी.सी.टी.व्ही कैमरे में चोरों की पूरी हरकत कैद हो गई। कितने बजे वह दुकान के सामने पहुंचे, कैसे उन्होंने शटर उचकाया, कब और कितने चोर दुकान के भीतर घुसे और कब बाहर निकले इस हर सवाल का जवाब सी.सी.टी.व्ही कैमरे में चोरों की गतिविधियों से मिल गया है। उनका डील डॉल और आयु स्पष्ट हो गई है, लेकिन अंधकार के कारण चेहरे उजागर नहीं हुए। वे क्या पहने थे यह भी साफ नजर आ रहा है। यह भी दिख रहा है कि वे नौ सिखिया नहीं है और प्रोफेशनल चोर हैं। आईये कैमरे में कैद तस्वीरों से एक-एक सवाल का जवाब देते हैं। 

घटनाक्रमानुसार- घड़ी में सुबह 4:20 का समय है। ठीक उसी समय अग्रवाल सुपर स्टोर के बाहर खड़े तीन चोर नजर आ रहे हैं। उनमें से एक चोर दुकान के पास स्थित संचालक के मकान की कुंदी बाहर से बंद कर लेता है और दो चोर शटर पर झुके हुए नजर आ रहे हैं, जो चोर कुंदी बंद करता है वह फिर अपने साथियों की गतिविधियों को छुपाने के लिए पीछे से चादर लगा लेता है। मात्र एक मिनिट के भीतर दुकान का शटर उचका दिया जाता है इसके बाद तीनों चोर वहां से गायब दिखते हैं। 

लगभग एक मिनिट बाद फिर नजर आते हैं और अब तीन के स्थान पर पांच चोर वहां मौजूद हैं। शायद शटर ऊचकने में कुछ कमी रही है। इस कारण वे सभी अपने काम में जुट जाते हैं और तुरत फुर्त वहां से रवाना भी हो  जाते हैं। तत्पश्चात एक मिनिट में ही फिर दो चोर वहां पहुंचते हैं और उनमें से एक दुकान के भीतर घुसता है। जब वह दुकान में प्रवेश कर जाता है तो फिर दूसरे को आवाज देता है और वह भी दुकान में चला आता है। इस दौरान उनके तीन अन्य साथी नजर नहीं आ रहे हैं। 

वे 4:26 मिनिट और 10 सेकेण्ड में दुकान में घुसते हैं तथा मात्र डेढ मिनिट पश्चात 4:27 मिनिट 40 सेकेण्ड के बाद बाहर निकल आते हैं और वहां से रवाना हो जाते हैं। एक मिनिट के बाद उन्हें आभास होता है कि दुकान की शटर उचकी हुई है और कोई भी उसे देख सकता है। इस पर फिर पांचों चोर दुकान के सामने खड़े नजर आ रहे हैं उनमें से कुछ  शटर को नीचे करते हैं तथा वहां से निकल जाते हैं। सभी पांच चोर 20 से 25 साल उम्र के युवा प्रतीत हो रहे हैं। वे जींस और टीशर्ट तथा पैरों में जूते पहने हुए हैं। अग्रवाल सुपर स्टोर के गल्ले से चोर 2500 रूपए मात्र ले जाने में सफल रहे और उन्होंने किसी भी अन्य सामान को हाथ नहीं लगाया। अग्रवाल सुपर स्टोर के संचालक विष्णु अग्रवाल ने उनके कैमरे में रिकॉर्ड तस्वीरें पुलिस को सौंप दी हैं और पुलिस अधिकारियों का भरोसा है कि वे चोरों का पता लगा लेंगे।


बैंक के गार्ड को भी नहीं लगी भनक 


चोरों के हौंसले इतने बुलंद है कि उन्होंने लगभग उस समय चोरी की जबकि घूमने बाले मॉर्निंग बॉक पर निकल रहे होते हैं और पुलिस की गस्त भी सुबह 5 बजे तक लगती है इससे भी खास बात यह है कि अग्रवाल सुपर स्टोर की बिल्डिंग से लगी हुई यूको बैंक है जिसके एटीएम पर गार्ड की ड्यूटी रहती है इसके बाद भी चोर बारदात को अंजाम दे गए और गार्ड को पता भी नहीं लगा। चोरों के हौंसले देख कर यह पता लगता है कि यदि पुलिस ने इस गिरोह को शीघ्र ही नहीं पकड़ा तो शहर में और भी अनेक चोरी की घटनायें घटित हो सकती है।