झूठी वाहवाही लूट कर जनता को किया जा रहा गुमराह : रफीक खान

शिवपुरी-शिवपुरी की भोली भाली जनता को किस प्रकार से गुमराह किया जा रहा है इसकी नजीर तो गत दिवस स्थानीय विधायक द्वारा प्रसारित की गई खबर के माध्यम से देखी जा सकती है जहां विधायक ने यह तक प्रेस रिलीज के माध्यम से कह दिया कि अप्रैल तक शिवपुरीवासियों को मड़ीखेड़ा का पानी मिल जाएगा और इसके लिए नगरीय प्रशासन मंत्री बाबूलाल गौर के आश्वासन का नाम का झुनझुना भी विधायक ने शिवपुरीवासियों को पकड़ा दिया जो कि सरासर गलत है

 प्रदेश में शिवपुरी के लिए सर्वाधिक योजनाऐं लाने वाले केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अथक प्रयासों का ही परिणाम है कि जलावर्धन योजना में शिवपुरी शहर शामिल हुआ लेकिन अभी यहां जलावर्धन योजना का बहुत काम बाकी है जो यह दर्शाते है कि शिवपुरी में मड़ीखेड़ा का पानी अप्रैल तक किसी भी सूरत में आ पाना असंभव है ऐसे में झूठी वाहवाही लूटकर विधायक स्वयं की व पार्टी की फजीहत कराने से बाज नहीं आ रहे है शिवपुरीवासी कभी इस झांसे में ना आए। 

यह बात कही कांग्रेस पार्टी के जिला संगठन सचिव अब्दुल रफीक खान अप्पल ने जिन्होंने मड़ीखेड़ा डैम से शिवपुरी तक पानी लाने के लिए जलावर्धन योजना के निर्माण कार्य की प्रगति व उसमें आने वाले अवरोध को एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दर्शाया।

जलावर्धन योजना के तहत अधूरे पड़े निर्माण कार्यों के माध्यम से अप्रैल तक किसी भी सूरत में मड़ीखेड़ा का पानी शिवपुरी तक नहीं आ सकेगा। इस बारे में संगठन सचिव अब्दुल रफीक खान अप्पल, पूर्व पार्षद व जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष सफदर बेग मिर्जा, जिला निगरानी समिति के ब्लॉक अध्यक्ष बृजेश गुप्ता परिवहन ठेकेदार, विष्णु कुमार गुप्ता, मुकेश राठौर, विवेक सिंघल आदि ने संयुक्त रूप से बताया कि शिवपुरी के अंचल में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का अविस्मरणीय योगदान है और जलावर्धन योजना का लाभ शिवपुरी को मिलना उन्हीं की देन है लेकिन स्थानीय विधायक झूठी वाहवाही लूट रहे है। 

इन सभी कांग्रेसियों ने बताया कि प्रदेश शासन व दोशियान कं.शिवपुरी की भोली भाली जनता को धोखा दे रही है क्योंकि जलावर्धन योजना के तहत अभी डिस्ट्रीब्यूटर का ठेकेदार कंपनी द्वारा भुगतान न करने के कारण 1 वर्ष से काम बंदकर ठेकेदार भाग चुका है उक्त कार्य लगभग 90 प्रतिशत(150 किमी) अभी करना  शेष है, पाईपों की हाईड्रोटेटिंग का कार्य आवश्यक है जिसकी लंबाई 40 किमी है पर अभी तक 02 किमी तक ही हो पाई है, थस्र्ट ब्लॉक बबने है उनका भी 80 प्रतिशत कार्य शेष्रूा है भुगतान न होने से कार्य बंद है, मड़ीखेड़ा से लेकर शहर तक एवं शहर में लगभग 200 ऐयर वाल्ब लगना है एवं उनके चैम्बरों का निर्माण भी होना है जो अभी शुरू ही नहीं हुआ, शहर में 12 टंकी बनना है जो अभी 7 बनी है शेष 5 शेष है, सतनबाड़ा फिल्टर प्लांट(डब्लू.टी.पी.) का कार्य लगभग 40 प्रतिशत अपूर्ण है जिसे पूर्ण होने में 1 वर्ष लगेगा, सतनबाड़ा से मड़ीखेड़ा तक नेशनल पार्क की अनुमति मिलने के बाद भी पाईप बिछाने एवं लाईट का कार्य अभी शुरू ही नहीं हुआ जबकि 02 किमी की सीमा में वन विभाग है इसकी अनुमति आवश्यक है, 

मेन लाईन से टंकी को जोडऩे वाले पाईप लेइंग का भी 05 किमी कार्य अभी शेष है एवं मड़ीखेड़ा कं.के पूरे भारत के अंदर इसी तरह के लगभग 10 जगहों पर कार्य बंद पड़ा हुआ है जिसमें कानपुर में तो यह कंपनी ब्लैक लिस्टिेड हो चुकी है वहीं करौली, रतलाम, नासिक, चित्तौढ़,गोसुन्दा,पाकुर(रायगढ़),इटारसी-ठेकेदारों का भुगतान न होने के कारण वहां का कार्य पूर्णरूपेण बंद है पैसों के अभाव में ठेकेदार कार्य छोड़कर भाग गए है वहां सभी कार्य अपूर्ण है। इसी तरह का हाल शिवपुरी में है जबकि विधायक जनता को धोखे में रखकर वाहवाही लूटकर स्वयं के हितों की पूर्ति कर रहे है।  इन सभी कमियों व रूके हुए कार्य प्रदर्शित करते है कि जलावर्धन योजना के तहत शिवपुरीवासियों को अप्रैल तक किसी भी सूरत में मड़ीखेड़ा का पानी नहीं मिल सकेगा जबकि श्री सिंधिया इस योजना को पूर्ण कराने के लिए प्रतिबद्ध होकर प्रयासरत है।