सिक्ख समाज के नगर कीर्तन का हुआ भव्य स्वागत

शिवपुरी-गत दिवस गुरूनानक जयंती के अवसर पर सिक्ख समाज शिवपुरी भव्य रूप से नगर कीर्तन निकाला। इस नगर कीर्तन का नगर के विभिन्न स्थानों पर आतिशी स्वागत किया गया वहीं सिक्ख समाज के नवयुवकों ने अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए कई करतबों का प्रदर्शन कर लोगों को दांतो तले अंगुलियां दबाने पर मजबूर कर दिया।
हजारों की संख्या में शिवपुरी आए सिक्ख धर्मावलंबियों ने इस नगर कीर्तन में भाग लिया। जिसमें टे्रक्टर ट्रालियों सहित पैदल चल रहे बंधुओं की कतार काफी दूर तक देखी जा रही थी। नगर कीर्तन के दौरान जगह-जगह शहरवासियों ने रैली का स्वागत किया और नगर कीर्तन में समाज के लोगों ने हैरत अंगेज कारनामे दिखाए। इन कारनामों को देखकर लोग हतप्रभ रह गए। नगर कीर्तन के दौरान गतके  एवं पालकी साहिब की सेवा बाबा तेगसिंह गुरूद्वारा गुरू अर्जन देव दरबार द्वारा की गई। 


गुरू नानक जयंती पर सदभावना मंच द्वारा किया स्वागत  


सिख समाज द्वारा गुरूनानक जयंती के अवसर पर निकाले गए विशाल जुलूस में आगे चल रहे पंचप्यारे सिख समाज का ध्वज एवं गुरू ग्रंथ साहिब पर माल्यार्पण कर सदभावना मंच जिला शिवपुरी के सभी समाजों के कार्यकर्ताओं के द्वारा एकत्रित होकर स्वागत किया। इससे पूर्व सदभावना मंच के जिला संयोजक राजू बाथम के साथ विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों के द्वारा गुरूद्वारा में जाकर दर्शन किये गए। स्वागत करने वालों में प्रमुख रूप से श्यामलाल नामदेव, दीपक सैन, हरिओम राठौर, उमेश भटनागर, उमेश भारद्वाज अजय खैमरिया, कालूराम शाक्य, देवेन्द्र बाथम, जुगनू मित्त एवं सदभावना मंच के जिला संयोजक राजू बाथम इत्यादि शामिल हुए।

गुरूनानक जंयती चल समारोह का शहर कांग्रेस ने किया स्वागत


गुरूनानक जंयती के शुभ अवसर पर निकले चल समारोह पर पुष्प बर्षा कर शहर काग्रेश ने भव्य स्वागत किया, एबी रोड स्थित गुरूद्वारे से शुरू हुआ जलूस माघव चौक होते हुए कोर्ट रोड पहुचा जहा पर शहर काग्रेंस कार्यलय पर आगे आगे चल रहे पंच प्यारो को एवं गुरू ग्रंथ सहिव पर माला पहनाकर एवं पुष्प वर्षा कर शहर काग्रेंस अध्यक्ष राकेश जैन अमोल ने अपने सहयोगी सथियो के साथ स्वागत किया, स्वागत करने वालो में पदमसिंह चौहान, रमन अग्रवाल, तनवीर सिंह, अजय रोहानि, उमेश अग्रवाल, डा ढीगंरा, महेश हरयानी, संजय खटीक, अनिल जैन, पंकज आशादीप, सुरेन्द्र जैन, सोनु गुप्ता, वंटी सहित काग्रेंश के वरिष्ठ कार्यकता उपस्थ्ति थे।