नि:शक्तों को आगे बढ़ाने का प्रयास

शिवपुरी- खेल के प्रति रूचि पैदा कर नि:शक्तों को आगे बढ़ाने का कार्य प्रदेश सरकार ने किया। यही कारण है कि प्रतिवर्ष विश्व विकलांग दिवस पर विभिन्न  सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन भी होगा। इस बार भी आगामी 3 दिसम्बर विश्व विकलांग दिवस से 4 दिवसीय प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। इन प्रतियोगिताओं में नि:शक्तो को  खेल के प्रति बढ़ावा दिलाने के लिए उन्हें विभिन्न खेलों में शामिल कर उनकी प्रतिभाओं को निखारा जाएगा साथ ही इस अवसर पर अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाऐंगे।

विदित हो कि गत दिवस जिला स्तरीय समिति की बैठक की समीक्षा करते हुए अपर कलेक्टर आर.बी.प्रजापति ने विश्व विकलांग दिवस पर खेल प्रतियोगिताओं व सांस्कृति कार्यक्रमों की प्रस्तुति को लेकर संबंधित अधिकारियों एवं मंगलम् के प्रतिनिधियों को दिशा निर्देश दिए थे। इस बैठक में पुलिस अधीक्षक आर.पी.सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एच.पी.वर्मा, मंगलम के सचिव राजेन्द्र मजेजी एवं संयुक्त सचिव जिनेन्द्र जैन सहित विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी आदि उपस्थित थे। बैठक में अपर कलेक्टर श्री प्रजापति ने बताया कि नि:शक्तों को आगे लाने के लिए विश्व विकलांग दिवस पर खेलों का आयोजन किए जाने से उनकी प्रतिभाऐं आगे आती है और वह इन आयोजनों में भाग लेकर अपने आप को नि:शक्त नहीं समझेंगे। नि:शक्तों के साथ अपनत्व का भाव अपनाना चाहिए। श्री प्रजापति ने बताया कि 3 दिसम्बर से स्थानीय पोलो ग्राउण्ड मैदान में प्रात: 11 बजे से 4 दिवसीय खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए सभी अधिकारियों एवं मंगलम के प्रतिनिधियाओं को इन खेल प्रतियोगिताओं के सफल आयोजन के लिए विभिन्न जिम्मेदारियां सौंपी गई है साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं नि:शक्तजनों की कला को निखारने के लिए भी उन्हें प्रोत्साहित किया जाए ऐसे सुझाव दिए जाऐं।

इन खेल प्रतियोगिताओं का होगा आयोजन  
विश्व विकलांग दिवस पर आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं के बारे में जानकारी देते हुए सामाजिक न्याय उपसंचालक एच.आर.वर्मा ने बताया कि 4 दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिताओं के तहत अलग-अलग दिनों में विभ्ज्ञिन्न खेलों की प्रतियोगिता आयोजित की जाएंगी। इसमें एथलेटिक्स में अलग-अलग दूरियों की दौड़, गोला एवं भाला फेंक, लंबी और ऊंची कूद, ट्राई साईकिल रेस के अलावा, फोटोग्राफी, मिट्टी के बर्तन बनाना, पेंटिंग, बांस के बर्तन बनाना, चित्रकला, लेखन आदि कलाओं की भी प्रतियोगिताऐं आयोजित की जाएंगी। इसके साथ-साथ नि:शक्तों के लिए सांस्कृति कार्यक्रम एवं नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी स्पर्धाओं का आयोजन होगा।