पाल बघेल समाज ने 218 कन्यओं के हाथ पीले कराए

शिवपुरी। पाल बघेल समाज द्वारा दहेज प्रथा पर रोक लगाने के उद्देश्य से अक्षय तृतीया पर आयोजित किए गए विवाह सम्मेलनों में 218 कन्याओं के हाथ पीले करवाए गए। ये विवाह सम्मेलन शिवपुरी सहित करैरा, नरवर, पोहरी, बैराड़, कोलारस और बदरवास में सम्पन्न हुए।

विवाह सम्मेलनों में पाल बघेल महासभा के जिलाध्यक्ष एडव्होकेट रामस्वरूप बघेल ने पहुंचकर नव वर वधुओं का आशीर्वाद प्रदान किया। इस अवसर पर रामस्वरूप बघेल ने कहा कि समाज द्वारा आज इतनी बड़ी संख्या में विवाह सम्पन्न कराए जा रहे हैं इससे निश्चित रूप से दहेज प्रथा पर रोक लगेगी और समाज में फिजुलखर्ची पर भी अंकुश लगेगा। 

पाल बघेल समाज के जिला मीडिया प्रभारी नेपाल सिंह बघेल ने बताया कि अक्षय तृतीया पर आयोजित विवाह सम्मेलनों में सतनवाड़ा सम्मेलन समिति के अध्यक्ष रामजीलाल पाल और उनकी समिति ने 22 जोड़ों का विवाह सम्पन्न कराया गया। 

इसी प्रकार करैरा के ग्राम खड़ीचा में सम्मेलन समिति के अध्यक्ष राजाराम पाल बरौआ थे तथा यहां मुख्य अतिथि के रूप में अमर सिंह पाल राष्ट्रीय अध्यक्ष मां अहिल्याबाई विचार वाहिनी तथा रोहित पाल शास्त्री उपस्थित हुए, कार्यक्रम का संचालन प्राण सिंह पाल पूर्व जिलाध्यक्ष पाल समाज ने किया।

यहां 47 जोड़ों के विवाह सम्पन्न कराये गए। नरवर में 15 जोड़ांे का विवाह सम्पन्न कराया गया, यहां सम्मेलन समिति के अध्यक्ष अजब सिंह बघेल सरपंच थे जबकि मंच का संचालन डॉ. रामभजन पाल ने किया। बैराड़ में खरबुराम पाल ऊंची खरई वाले सम्मेलन समिति के अध्यक्ष थे यहां 53 जोड़ों के विवाह सम्पन्न कराये गए तथा सचिव के रूप में सुनील पाल ऐंचवाड़ा थे।

पोहरी में सम्मेलन समिति के अध्यक्ष ख्यालीराम थे जिन्होंने पंजीकृत 21 जोड़ांे को अपनी ओर से एक एक कूलर भेंट किया। पोहरी सम्मेलन में मंच का संचालन युवा ब्लॉक अध्यक्ष दीवान सिंह बघेल ने किया। कोलारस के भैंरों की राई में आयोजित विवाह सम्मेलन में 37 जोड़ांे के विवाह सम्पन्न कराया गया यहां सम्मेलन समिति के अध्यक्ष नेतराम पाल थे जबकि मंच संचालन शिक्षक अमर सिंह पाल ने किया। 

बदरवास ब्लॉक के ग्राम गढ़ में आयोजित विवाह सम्मेलनांे में 23 जोड़ांे का विवाह सम्पन्न कराया गया। विवाह सम्मेलनांे में पाल समाज के जिलाध्यक्ष एडव्होकेट रामस्वरूप बघेल के अलावा युवा जिलाध्यक्ष नीरज पाल, महामंत्री जगन सिंह बघेल, सचिव परसादी पाल, रघुवीर पाल, राजेश पाल, मोहर ंिसह पाल, अमरसिंह पाल ने भी सभी सम्मेलनों में पहुुंचकर सहयोग प्रदान किया।