
बता दें कि गुरूवार 1 मार्च को 12वीं हिंदी का पेपर था। परीक्षाएं सुबह 9 बजे से शुरू हुईं थीं जो 12 बजे तक चलीं। जबकि 9:10 बजे सुबह यह पेपर कई वाट्सएप ग्रुपों में वायरल हो चुका था। शिवपुरी कलेक्टर तरुण राठी ने इस मामले में तत्काल जांच शुरू करवा दी थी। बताया गया था कि पेपर शिवपुरी जिले के बैराड़ क्षेत्र से लीक किया गया है।
परीक्षाएं समाप्त होने के बाद जब छात्रों को बांटे गए मूल प्रश्नपत्र से लीक हुए पेपर का मिलान किया गया तो यह फर्जी पाया गया। अभी तक प्रशासन की ओर से आधिकारिक रिपोर्ट नहीं आई है परंतु परीक्षा केंद्रों के शिक्षकों का दावा है कि यह केवल एक शरारत थी।