सिंधिया को धमकी देकर बुरे फंसे रामेश्वर, धाकड़ समाज ने ही FIR कराने सौंपा ज्ञापन

कोलारस। बीते दिनो गुना शिवपुरी सांसद ज्योतिरादित्त सिंधिया को भरे मंच से धमकी देकर राष्ट्रीय अध्यक्ष राधेस्याम धाकड़ का मामला तूल पकड़ गया प्रदेश भर से विरोध के स्वर उठने लगे। इसी के चलते धाकड़ समाज के दर्जनो कार्यक्रताओ ने प्रेसवार्ता कर राधेश्याम धाकड़ के शब्दो की कड़ी निंदा की और कानूनी कार्यवाही करने के लिए कोलारस थाना प्रभारी को ज्ञापन सोंपा।

जानकारी के अनुसार कोलारस में बीते दिनो सांसद सिंधिया अपने तीन दिवसिय दौरे पर कोलारस कल्याण जी गार्डन में धाकड़ समाज के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे वहीं पास में ही उत्सव वाटिका में प्रदेश के कई भाजपा के दिग्गज नेताओ के साथ मुख्यमंत्री पुत्र कार्तिकेय चैहान भी सामाजिक कार्यक्रम का हिस्सा बनने पहुंचे थे। इसी दौरान धाकड़ (किरार) समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष औश्र बीजेपी नेता राधेश्याम धाकड़ ने सांसद सिंधिया के हाथ काटने और जबान काटने की धमकी देते हुए उनहे चेतावनी दे डाली जिसके बाद जल्द ही मामला तूल पकड़ गया मामला मीडिया में आने के बाद से जगह जगह विरोध के शुर उठने लगे की बात तूल पकड़ गई। 

जिसके बाद गुरूवार को धाकड़ समाज कोलारस ने प्रेस वार्ता करते हुए राधेश्याम धाकड़ की बात की निंदा करते हुए राधेश्याम धाकड़ के शब्दो की निंदा की और बयान को राजनीती से परी पूर्ण बताया इस दौरान मनोज पाल पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष मुरैना और पूर्व विधायक लाखन सिंह बधेल ने कहा की शिवराज सिंह चैहान जी ने राधेश्याम धाकड़ के कंधे का इस्तिमाल किया है। शिवराज सिंह चैहान जी को इस पर मांफी मांगनी चाहिये। 

अगर वह खंडन नही किया तो समाज को लगेगा की वह राधेश्याम की अर्मयादित भाषा का सर्मथन करते है। किरार धाकड़ समाज के बयान से किरार धाकड़ समाज आहत हुआ है। शिवराज सिह जी ने सामाजिक रूप से कभी समाज का भला नही किया। 

इस पूरे मामले पर अभी तक राधेश्याम धाकड़ की और से कोई मांफी नही मांगी गई है। यह समाजिक रूप से सही नही है। साथ ही मनोज पाल ने कहा की समाज के लिए राजनीती करना सही है। समाज में राजनीती करना गलत। 

प्रेस र्वाता के बाद समस्त धाकड़ (किरार) समाज के पदाधिकारी राधेश्याम धाकड़ के शब्दों की निंदा की और मुख्य मंत्री से मांफी मांगने को कहा साथ ही अपने दर्जनो सामाजिक लोगो के साथ सभी कोलारस थाने पहुंचे और कार्यवाही के लिए कोलारस थाना प्रभारी अवनीत शर्मा को कार्यवाही के लिए ज्ञापन सौंपा। इस मामले में बीजेपी पदाधिकारिया से जब बात की तो उन्होने  मामले को सामाजिक बताकर किनारा कर लिया।