आबकारी विभाग की मिली भगत से बैराड़ में बैखोफ जारी है अवैध शराब का कारोबार

बैराड़। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए की गल्स हॉस्टल, धार्मिक स्थलों सार्वजनिक जगहों और स्कूल के आस-पास की शराब की दुकान बंद की जाए ऐसे स्थालों की सूची बनाकर कार्यवाही की जाए शराब दुकानों के अवैध अहाते तुरन्त बंद किए जाए लेकिन आबकारी विभाग द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में लाखों रूपये लेकर ठेके तो दे दिए जाते है साथ ही उन्हें इस बात की स्वतंत्रता भी दी जाती है कि वे अपने क्षेत्र में जहां चाहे, जैसे और जितनी दुकाने खोलकर शराब बेच सकते, क्योंकि उन्हें तो शासकीय नियमों का कोई ध्यान ही नहीं दिया जाता है। उन्हें सिर्फ और सिर्फ ठेकेदारों के चंद पैसों की खातिर खुले रूप से चौराहों से लेकर हाईवे किनारे भी शराब की दुकानें खोल ली जाती है। चाहे वह जनता का माहौल बिगड़े तो बिगड़ता रहे। 

इस बात का जानकारी कई क्षेत्रों के ग्रामीण वया कर सकते है जो खुलेआम क्षेत्रों में अवैध शराब की दुकानें संचालित किए हैं, आबकारी विभाग और पुलिस विभाग के बगैर लायसेंस ठेकेदार के द्वारा चलाई जा रही है और सबसे खास बात तो यह है कि इन शराब की दुकानों में दुकानदार भी मनमर्जी से किराने की तरह इस संचालित कर शराब बेचने में लगे हुए हैं। इतना ही नहीं इन दुकानों पर नाबालिग भी दुकान पर खडे होकर खुले रूप से शराब खरीदने में कोई झिझक महसूस नहीं करते ऐसी कई दुकाने है जहां नावालिकों को शराब खरीदते देखा जा सकता है। बैराड तहसील क्षेत्र में तो यह अधिक तर यह कारोबार चल रहा है।  बैराड नगर सहित आस-पास के 80 फीसदी गांवों में इन दिनों अवैध शराब का कारोबार अपनी चरम सीमा पर पहॅुच गया है। जहां एक ओर सरकारी अस्पताल के सामने स्थित लाइसेंसी कलारी पर से खुलेआम नाबलिग बच्चों को शराब दी जा रही है जो पूर्ण रूप से अवैध है। 

वही दूसरी ओर बैराड नगर में खाने के होटल ढाबों सहित आस-पास के गॉबों में अवैध कलारी खोलकर शराब ठेकेदार द्वारा अवैधरूप से बेखौफ अंदाज में धडल्ले से कमीशन पर शराब बिकवाई जा रही है। बडे पैमाने पर हो रहे अवैध शराब के इस कारोबार को रोक पाने में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से ना काम साबित हो रही है।  बैराड तहसील के गॉबों की स्थिति ये है कि गॉबों में आपको स्वच्छ पीने का पानी मिले ना मिले लेकिन आपकों गॉबों में परचून की दुकानों पर देशी विदेशी शराब आसानी के उपलब्ध हो जाएगी। ठेकेदार द्वारा एक लाइसेंस  की दुकान पर के माध्यम से गॉब-गॉब में कमीशन पर संचालित करा रखी है। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों का माहौल खराब कर रखा है। 

जिसकी शिकायत स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन करने के बाद भी इन लोगों के खिलाफ कोई भी वैधानिक कार्यवाही नहीं की जाती है क्योंकि शराब ठेकेदारों द्वारा अधिकारियों की एक मुस्त मोटी रकम पहुंचाई जाती है।  गांवों में शराब के कारण दिनों दिन अपराधों में वृद्वि हो रही है। साथ ही आसानी के साथ शराब उपलब्ध हो जाने के कारण भोले भाले ग्रामीण शराब की लत में जकडते जा रहे है। शायद ही ऐसा कोई गॉब होगा जहां अवैधरूप से शराब नहीं बेची जा रही हो लेकिन मोटा सुविधा शुल्क बसूलने के बाद पुलिस प्रशासन इस अवैध शराब के कारोबार को अनदेखा कर रहा है। दिनदहाड़े होता है परिवहन बैराड कस्बे की लाइसेंसी कलारी से दिनदहाडे ठेकेदार की जीप से गांव-गांव पहुॅचाई जाती है अवैध शराब। गॉब में कमीशन पर शराब बेचने वाले एजेन्टों को घर बैठे ही शराब की सप्लाई की जाती है। 

इन ग्रामों में चल रही है अवैध शराब 
अवैध शराब की बिक्री पर लगाम लगाने के लिए अभियान चलाया जाता है तब स्थानीय पुलिस द्वारा खानापूर्ति के लिए ठेंकेदार के गुर्गों पर छोटे मोटे प्रकरण बना अपने कक्तव्यों की इतश्री कर ली जाती है। बैराड में यहां बिक रही है अवैध शराब - बैराड नगर के वार्ड नंबर 8 वार्ड नंबर 1 पुराने बैराड़ गांव में मुस्लिम बस्ती,में हरिजन बस्ती में, वरोद रोड पर, पोहरी रोड ताज मैरिज हाउस के सामने लोहपीटा मोहल्ले में, भदेरा गॉब की बेडिया बस्ती में, धौरिया रोड पर, बैराड तालाब के खुले ढाबों और परचून की दुकानों पर,टपरा मोहल्ले में। इन गॉबों में बेची जा रही है अवैध शराब ऊमरी, भिलौडी, ढेवला, ककरौआ, गणेशखेडा बनवारीपुरा, खरईडावर, धौरिया, जारियाकलॉ, जौराई गाजीगढ,कैमई, रैयन, बैहलपुर,दरगवां,सढ,ढगोसा,गोंदरी, वामनपुरा, रसैरा, बरोद, ऐनपुरा, नहरगढा, भौराना, कैमई, रयैन, देवपुर,नारायणपुरा में अवैध शराब का कारोबार जोरों पर हैे।