खनियांधाना। जिले के खनियांधाना में एक ढाई वर्षीय मासूम के साथ बीते दोनों हुए दुष्कर्म के बाद यादव समाज के लोगों ने बदले की भावना से बाल्मीकी समाज के घरों में घुसकर तोडफ़ोड़ कर दी थी एवं शराब की दुकान का ताला तोड़कर उसमें आग लगा दी थी। इस दंगे में शामिल मुख्य अभियुक्त सुनील यादव पुत्र वीरसिंह यादव निवासी ग्राम जालमपुर के साथ हजारों लोगों की भीड शामिल थी। रिपोर्ट पर से नामजद तीस अभियुक्त एवं अन्य लोगों के विरुद्ध बल्वा, हरिजन एक्ट एवं आगजनी की धाराओं में प्रकरण कायम किए गए थे जिनमें से 11 अभियुकत गिरफ्तार कर लिए गए लेकिन मुख्य अभियुक्त सुनील यादव घटना स्थल से ही फरार था।
इसके बाद एसपी सुनील कुमार पांडे, अति पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य के निर्देशन में सुजितसिंह भदौरिया एसडीओपी पिछोर के आदेश के पालन में सुनील यादव अपने भाई कल्लू यादव के साथ घटना करने के बाद से ही फरार था जिसे उसके भाई के साथ आज गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी विजयपालसिंह जाट, सउनि रामनिवास शर्मा, रामअवतारसिंह यादव, अरविंदसिंह जाट, बीएल भगत, बृजेश अवस्थी, गोकर्ण प्रसाद त्रिपाठी, सुनील डोडियार, रामसिंह पटेलिया, सत्यवीरसिंह, ओमप्रकाश राठौर, राकेशसिंह, बच्चीलाल रजक, रामनिवास लोधी, रामजीलाल, केशवसिंह, गैबूलाल साहू, राजेश रजक, विनोद सेन की भूमिका महत्वपूर्ण रही।
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