मुठभेड़ में 2 डकैत गिरफ्तार, सरगना समेत 4 फरार, पुलिस की रायफल भी मिली | KARERA NEWS

शिवपुरी। 40 हजार रूपए के इनामी बदमाश अर्रू रावत के साथ शिवपुरी पुलिस की मुठभेड़ हुई। डाकुओं ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग की और करीब 4 डकैत फरार हो गए। इनमें सरगना अर्रू रावत भी शामिल है। पुलिस के हाथ गिरोह के सिर्फ 2 साथी लगे। इनमें से एक के पास पुलिस की 303 रायफल भी मिली। पुलिस के पास इस सवाल का जवाब नहीं है कि डकैतों के पास पुलिस की रायफल और 19 कारतूस कहां से आए। पुलिस को यह भी नहीं मालूम कि गिरोह के पास कितनी पुलिस की रायफलें हैं और यह लूटी गईं हैं या फिर किसी पुलिस अधिकारी ने इन्हे उपलब्ध कराईं हैं। 

आज पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डे ने पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेस वार्ता में मीडिया को बताया कि बीते कुछ दिनों से करैरा क्षेत्र में पुलिस आदतन अपराधी अर्रू उर्फ अरविंद रावत की तलाश पुलिस को चल रही थी। इसी बीच पुलिस अधीक्षक ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य को निर्देशित करते हुए उक्त बदमाशों को पकड़ने के निर्देश दिए। 

जिसपर एसडीओपी बीपी तिवारी ने टीम घटित कर तेंदुआ थाना प्रभारी,अमोला और भौंती पुलिस को घेराबंदी कर कार्यवाही के लिए निर्देशित किया। जिसपर तीनों थाने की पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली की उक्त बदमाश सिंध नदी के किनारे तिसारा मंदिर के पास किसी बारदात को अंजाम देने की फिराक में है। 

जिसपर पुलिस ने घेराबंदी कर नाईट विजन कैमरे से देखा तो 5-6 बदमाश हथियारों से लैस बैठे हुए थे। जिन्हें देखकर ललकारा तो आरोपीयों ने पुलिस पार्टी पर फायर खोल दिया। पुलिस ने भी आत्मरक्षा में फायर किए। इस दौरान तीनों टीमों ने दो आरोपीयों को दबोच लिया। जबकि शेष डकैत भागने में कामयाब हो गए। 

जब पुलिस ने आरोपीयों पूछताछ की तो इन्होंने अपना नाम सुरेश पुत्र भोगीराम गुर्जर निवासी मानपुर थाना सिहोनिया जिला मुरैना बताया। उक्त आरोपी की तलाशी ली तो उसके कब्जे से पुलिस की थ्री नॉट थ्री रायफल जो कि पुलिस पर ही उपलब्ध रहती है को पुलिस ने बरामद किया है। उक्त रायफल के साथ पुलिस ने 19 जिंदा राउण्ड बरामद किए है। 

जब दूसरे आरोपी ने पूछताछ की तो उसने अपना नाम बल्ली उर्फ देवेन्द्र पुत्र निहाल सिंह गुर्जर निवासी जैतपुरा थाना धीरपुरा जिला दतिया बताया। उक्त आरोपी के कब्जे से पुलिस ने 315 बोर का कट्टा मय जिंदा 12 राउण्ड के बरामद किया। जब पुलिस ने उक्त आरोपीयों से पूछताछ की तो सामने आया कि गिरोह का मुखिया अर्रू उर्फ अरविंद रावत निवासी टोरिया थाना करैरा,पप्पू रावत निवासी तिलहता थाना गोराघाट जिला दतिया और जसवीर सिंह गुर्जर निवासी सिहोनिया जिला मुरैना अंधेरें का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गया। 

इस मामले में थाना अमोला ने धारा 399,400,402,307 ताहि 11/13 एमपीडीपी एक्ट और आर्म एक्ट के तहत मामला दर्ज कर न्यायालय में पैश किया। जहां से न्यायालय ने उक्त आरोपीयों को जेल भेज दिया है।

पुलिस की रायफल मिलने पर उठी उंगली

पकड़े गए उक्त बदमाशों पर पुलिस की रायफल मिलने पर पुलिस पर उंगली उठ रही है। इस रायफल के बैच नंबर डकैतों ने रगडकर खत्म कर दिए है। जिससे यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा कि उक्त रायफल आरोपीयों पर आई कहा से। इस मामले में पुलिस कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा कर दिया है। हांलाकि शिवपुरी पुलिस आसपास के सभी जिलों में पुलिस की रायफल लूट और चोरी की तलाश में जुटी हुई है। इस कार्यवाही को अंजाम देने में पुलिस के एसडीओपी बीपी तिवारी एवं थाना प्रभारी तेंदुआ,उनिरीक्षक रविन्द्र सिंह सिकरवार,थाना भौती प्रभारी संतोष यादव,थाना प्रभारी सीहोर,अजय गुर्जर,अमोला थाना प्रभारी परमांनंद शर्मा,विवेक भट्ट की भूमिका सराहनीय रही।