
जानकारी के अनुसार सुभाष मार्केट में कई दुकानें और ऑफिस संचालित हैं जहां नीचली मंजिल पर गोयल ऑटो पार्टस सर्विस सेंटर के नाम से दुकान संचालित होती है। दुकान का माल मार्केट के प्रवेश द्वार के पास खाली जगह पर रखा हुआ था वहीं कुछ कबाड़े के साथ एक बाइक भी रखी थी। सुबह लगभग 10:30 कोई अज्ञात व्यक्ति वहां पहुंचा और उसने जलती सिगरेट वहीं फेंक दी। जिससे निकली आग की चिंगारी ने कबाड़े मे पड़े बोर्ड को अपने संपर्क में ले लिया और देखते ही देखते कबाड़े में आग लग गई।
आग ने इतना भीषण रूप धारण कर लिया कि मार्केट का लगभग आधा हिस्सा काला पड़ गया और वहां धुंआ उठना शुरू हो गया। जिससे पूरी मार्केट में अफरा तफरी का माहौल निर्मित हो गया और लोगों ने अपने स्तर पर आग को बुझाने के प्रयास शुरू कर दिए। कुछ लोग कट्टियों में पानी भरकर आग पर फेंकने लगे तो कुछ मिट्टी और रेत से आग बुझाने लगे, लेकिन उनके यह प्रयास सफल नहीं हो सके।
बाद में पुलिस मौके पर आई और फायर बिग्रेड को वहां बुलाया, लेकिन फायर बिग्रेड के पहुंचने के बाद भी आग नहीं बुझाई जा सकी, क्योंकि फायर बिग्रेड में पानी का प्रेेशर ही नहीं आ रहा था। इसके बाद लोगों ने हंगामा किया तो फायर बिग्रेड के चालक ने लेजम को ठीक किया और उसके नोजल साफ किए इस दौरान लगभग आधा घंटा से अधिक का समय लग गया था तब तक आग झुलसती रही। फायर बिग्रेड की लेजम ठीक होने के बाद पानी का प्रेशर डालकर आग को बुझाया गया।