
सरपंच का आरोप है कि उससे 15-20 दिन पहले भी 10 हजार रुपए की मांग की गई थी जिसे मजबूरी में उसने दे दिए। जब दोबारा 20 हजार रुपए नहीं नहीं दिए तो 19 अगस्त को ग्राम कुंडलपुर में रखी जेसीबी मशीन को जब्त कर लिया। सरपंच मदन सिंह का कहना था कि 15-20 दिन पहले मुझसे 10 हजार रुपए की मांग की और जब नहीं दिए तो धमकी दी गई कि वह जेल भेज देंगे और सरपंची खतरे में आ जाएगी। मदन का कहना है कि डरकर उसने 10 हजार रुपए दे दिए।
इसके बाद पिछले 4-5 दिन से उसे चौकी बुलाया जा रहा है और फोन किए जा रहे है जब फोन रिसीव नहीं किया तो 19 अगस्त को ग्राम कुंडलपुर में उमा आदिवासी के यहां रखी जेसीबी मशीन को जब्त करने की बात कही और छुड़वाने के एवज में 20 हजार की मांग की गई। जब मौके पर मेरा पुत्र और मैं सरपंच नहीं पहुंचा तो दूसरी चाबी से मेरी जेसीबी जब्त करने की कार्रवाई की।
वहीं इस मामले में चौकी प्रभारी संदीप परते ने कहा है कि यह अवैध खनन को रोकने के लिए कार्रवाई की है। सारे आरोप निराधारा और मन गढ़ंत है। रेत का अवैध खनन रोकने के लिए उक्त कार्यवाही की जा रही है और इसी लिए सरपंच झूठे आरोप लगा रहे है।