हरियाली महोत्सव: विकास के नाम पर विनाश,हरे भरे जवान पेड़ो को मृत्युदंड

शिवपुरी। जहां पूरा प्रदेश सीएम शिवराज सिंह के नेतृत्व में हरियाली महोत्सव मनाया जा रहा है। पूरे प्रदेश में 6 करोड़ पौधे रोपने के लक्ष्य रखा गया है, तो इधर शिवपुरी की नगर पालिका ने विकास के नाम पर लगभग 2 दर्जन हरे-भरे जवान पेड़ो की मौत पर आदेश कर दिया। जैसा कि विदित है कि शिवपुरी शहर का वीर सावरकर पार्क को शहर का सबसे बडा विकसित हरा-भरा पार्क है, और यह पार्क नपा अध्यक्ष के चुनावो में एक प्रत्याशी ने मॉडल के रूप में पेश किया था। इस पार्क में विकास के नाम पर हरे-भरे पेड़ो की हत्या करने की खबर आ रही है। 

बताया जा रहा है कि पार्क में पेवर टाईल्स बिछाने के उद्देश्य से ठेकेदार ने पार्क में लगे वर्षों पुराने हरे भरे पेड़ों को जमीदोंज कर उनकी हत्या सा अपराध कर दिया। नपा की इस विकास की विनाश लीला पर पार्क में घूमने आने वाले लोगों ने आक्रोश व्यक्त किया है और नपा को चेतावनी दी है कि अगर पेड़ों की कटाई नहीं रोकी गई तो पार्क की हरियाली के लिए आंदोलन करेंगे। 

विदित हो कि शिवपुरी शहर में स्थित पार्क देख रेख के अभाव में उजड़ चुके हैं जबकि वीर सावरकर पार्क भरी गर्मियों में भी अपनी हरियाली बिखेरता है जहां सुबह शाम लोग हरियाली का लुत्फ उठाने पार्क में पहुंचते हैं लेकिन कल शाम से वहां नगरपालिका ने पेड़ों की कटाई का ठेका देकर ठेकेदार को पार्क उजाडऩे का जिम्मा दे दिया है और देखते ही देखते ठेकेदार ने जेबीसी की सहयता से हरे भरे पेड़ों जवान पेडो को मौत देदी।

जब यह दृश्य वहां घूमने आने वाले लोगों ने देखा तो उन्होंने इसका कारण पूछा लेकिन ठेकेदार उनकी बात को अनसुना कर पेड़ काटने में जुटा रहा और आज सुबह तक पेड़ काटने का सिलसिला जारी रहा। कई लोगों ने कलेक्टर तरूण राठी को पार्क उजाडऩे की सूचना दी। वही नगरपालिका को भी जानकारी दी लेकिन किसी ने भी पेड़ कटाई को नहीं रोका। 

पेड़ काटने के लिए नहीं भेजी थी जेसीबी: स्वास्थ्य अधिकारी भार्गव 
जब इस पूरे मामले को लेकर मीडिया ने नगरपालिका के स्वास्थय अधिकारी गोविंद भार्गव से इस संबंध में जानकारी चाही तो उनका कहना था कि उन्होंने नपा से सटे नाले की सफाई के लिए जेसीबी भेजी थी। लेकिन जेसीबी संचालक ने किसके आदेश पर सावरकर पार्क में पेड़ों को उखाडऩे का काम किया यह तो काम कर रहे ठेकेदार या उस वार्ड के पार्षद और नपा के सब इंजीनियर ही बता सकते हैं।