खबर का असर: नकल वाले चारों सेंटरों के सीएस बदले, फिर भी ऑटी आउट

शिवपुरी। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित बोर्ड परीक्षाओं को लेकर प्रशासन अपनी संवेदनशीलता दिखाते हुए नकल माफियाओं पर लगाम कसने का भरसक प्रयास कर रहा है परंतु इन नकल माफियाओं के आगे प्रशासन चारों खाने चित दिखाई दे रहा है और इन नकल माफियाओं पर लगाम नहीं लग पा रही है। 

इस मामले को लेकर शिवपुरी समाचार डॉट कॉम लगातार खबरें प्रकाशित कर प्रशासन का ध्यान इस ओर खींचा और इसका नतीजा यह रहा कि इन नकल माफियाओं की मिली भगत से चल रहे इन परीक्षा के सीएसों को रातों रात बदल दिया गया। 

जिले के उमावि गोबर्धन, मॉडल स्कूल पोहरी सहित बैराड़ के उमावि व मावि परीक्षा केंद्र के केंद्राध्यक्षों को बदल दिया गया है। इसमें सबसे खास बात यह है कि पोहरी के मावि परीक्षा केंद्र के केंद्राध्यक्ष विवेक महेन्द्रा को परीक्षा से मुक्त कर दिया गया है। नए केंद्राध्यक्ष के रूप में टेकचंद जैन की नियुक्ति की गई है। 

इस तरह अब इस बदलाव के बाद वर्तमान में तैनात तीन केंद्राध्यक्षों के केंद्र बदल दिए गए हैं, जबकि एक को परीक्षा से मुक्त कर दिया गया है। विभागीय सूत्रों की माने तो बीते रोज पोहरी एसडीएम आईएएस अंकित अष्ठाना के साथ अंचल की परीक्षा व्यवस्था को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी परमजीतसिंह गिल की बैठक हुई थी, जिसमें इन केंद्रों पर व्यवस्थाओं को और दुरुस्त करने के लिहाज से एसडीएम ने केंद्राध्यक्षों के केंद्र बदलने का प्रस्ताव दिया था जिस पर इस पूरी कार्रवाई को कलेक्टर के अनुमोदन से अंजाम दिया गया है।

ये हुआ बदलाव
इस बदलाव के बाद उमावि बैराड़ केंद्र पर तैनात किए गए केंद्राध्यक्ष विनय बेहरे को अब मावि बैराड़ का केंद्राध्यक्ष बनाया गया है, जबकि मावि बैराड़ के केंद्राध्यक्ष विवेक महेन्द्रा को परीक्षा से मुक्त कर दिया गया है। इसी तरह उमावि गोबर्धन केंद्र पर तैनात केंद्राध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव को यहां से हटाकर उमावि बैराड़ केंद्र का केंद्राध्यक्ष नियुक्त किया गया है जबकि मॉडल स्कूल पोहरी के केंद्राध्यक्ष एमएल पवैया को यहां से हटाकर उमावि गोबर्धन केंद्र का केंद्राध्यक्ष बनाया गया है, जबकि मॉडल स्कूल पोहरी परीक्षा केंद्र पर नए केंद्राध्यक्ष टेकचंद जैन को तैनात किया गया है।

परिवर्तन वाले चारों केंद्र है संवेदनशील
विभाग ने पोहरी के जिन चार परीक्षा केंद्रों के केंद्राध्यक्षों में बदलाव किया है वे जिले के 12 घोषित संवेदनशील केंद्रों में से हैं। इनमें गोबर्धन व बैराड़ केंद्र पिछले वर्षों में भी नकल को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। इन केंद्रों पर अशासकीय लखेश्वर और विजयानंद स्कूलों के परीक्षार्थी शामिल होते हैं जिसके चलते प्रशासन व विभाग इन परीक्षा केंद्रों पर अतिरिक्त स ती और निगरानी रखता है।

ओटी पर लगाम कसना बना चुनौती
अब तक आयोजित हुए प्रश्न पत्रों के दौरान परीक्षा केंद्रों के भीतर तो नकल या अनियमितता को लेकर कोई गंभीर शिकायतें सामने नहीं आईं हैं, लेकिन केंद्रों के बाहर परीक्षा से ऐन पहले मोबाइल पर ओटी आउट होने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। 

मोबाइल के जरिए करीब आधे घंटे पहले प्रश्न पत्र में आने वाले ओटी के उत्तर वाली सीरीज वायरल हो जाती है और इस पर अब तक न तो प्रशासन और न ही पुलिस लगाम कस पाई है। यह भी साफ नहीं हो पाया है कि ये ओटी जिले के ही किसी केंद्र से आउट हो रही हैं या फिर दीगर जिले से मोबाइल के जरिए शिवपुरी के परीक्षार्थियों तक पहुंच रही हैं।

आज फिर कक्षा दसबीं की गणित की परीक्षा से महज एक घण्टे पहले सोशल मीडिया पर ओटी आ गई। जो आसानी से छात्रों के बीच पहुंच गई। अभी तक प्रशासन यह स्पष्ट नहीं कर पा रहा है कि यह ऑटी आउट कहा से होती है।