वो धर्मांतरण नहीं, शादी की रिसेप्शन पार्टी थी: पुलिस

शिवपुरी। सोमवार को शिवपुरी में हुए धर्मांतरण वाले हंगामे के बाद पुलिस की प्राथमिक जांच रिपोर्ट सामने आ गई है। पुलिस का कहना है कि चर्च में धर्मांतरण नहीं हो रहा था बल्कि शादी से पहले कन्या पक्ष द्वारा दी गई रिसेप्शन पार्टी थी। शादी 13 मार्च को इंदौर के आर्यसमाज मंदिर से हिंदू रीति रिवाज के अनुसार होगी। 

क्या हुआ था घटनाक्रम 
सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के पोहरी बस स्टेण्ड पर स्थिति चर्च में सोमवार 27 फरवरी 2017 को एक आयोजन के दौरान हिंदू संगठनों ने जमकर उत्पात मचाया। हिंदू संगठन का दावा था कि यहां एक ईसाई लड़की से शादी के लिए हिंदू युवक का अवैध धर्मांतरण कराया जा रहा है। शादी में दुल्हन खिन्नी नाका क्षेत्र में निवासरत किशोरी अनुकंपा विंगा और दूल्हा उज्जैन निवासी अवनीत शर्मा था। 

हंगामे के बाद पुलिस ने पहुंचकर मामले की जांच की। पुलिस का कहना है कि चर्च में धर्म परिवर्तित का कोई मामला नहीं था। पुलिस ने बताया है कि हिन्दू युवक और क्रिश्चन युवती का आपस में प्रेम प्रसंग चल रहा है। जिसके चलते दोनो ने शादी करने का फैसला लिया। जिसपर दोनों के परिजनों ने भी रजामंदी दे दी। इस प्रेमी जोड़े ने इंदौर के आर्यसमाज मंदिर अन्नपूर्णा रोड से 13 मार्च को शादी का फैसला लिया।

जिस पर युवती के परिजनों ने इंदौर में न पहुंचने के चलते शिवपुरी में एक रिसेप्सन पार्टी का आयोजन किया। जिसपर युवक को भी शिवपुरी बुला लिया गया। बीते रोज दोनों रिसेप्शन से पहले चर्च में फादर का आशीर्वाद लेने पहुंचे। जिसपर हिन्दू युवा वाहनी के युवाओं ने हंगामा खड़ा कर दिया। हिंदू संगठन का आरोप था कि शादी के लिए युवक का धर्मांतरण कराया जा रहा है। 

बताया गया है शादी के बाद 15 मार्च को युवक ने उज्जैन में रिसेप्सन भी रखा है। इस घटना के बाद दोनों अपने अपने घर चले गए और शादी की तैयारियों में जुट गए है। हिन्दू युवा वाहनी के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि उक्त युवक का धर्म परिवर्तन करा कर क्रिश्चन रीति रिवाज से शादी की जा रही थी।