
जानकारी के अनुसार कल प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी छत्री रोड़ पर ताजियों को निकालने के लिए व्यवस्था करने हेतु अवलोकन करने गए थे। बताया जा रहा है कि उक्त दो पेड़ ताजिया निकालने में बाधक बन रहे थे। इस कारण उन्हें काटे जाने का निर्णय लिया गया और इसी तारत य में आज नगर पालिका कर्मी पेड़ काटने जा पहुंचे।
इसका विरोध भाजपा कार्र्यकर्ता और वरिष्ठ पार्षद अभिषेक शर्मा बट्टे, भाजपा नेता आशुतोष शर्मा, पार्षद हरिओम नरवरिया, पार्र्षद मनीष गर्र्ग मंजू, पूर्र्व पार्र्षद अजय भार्र्गव, पार्र्षद पति गब्बर परिहार आदि कार्र्यकर्र्ताओं ने किया। उनका कहना था कि पेड़ काटे जाने के बाद भी उक्त स्थान से ताजिये नहीं निकाले जा सकते। क्योंकि आगे स्वर्णकार समाज की धर्मशाला इसमें बाधक बनी हुर्ई है। क्या धर्र्मशाला को तोड़ा जाकर ताजियों को निकाला जाएगा।
विवाद बढ़ता देखकर सीएमओ रणवीर कुमार, तहसीलदार और प्रभारी एसडीएम नवनीत शर्मा, स्वास्थ्य अधिकारी गोविन्द भार्गव आदि मौैके पर पहुंच गए। भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना था कि जिस रूट से मोर्हरम के ताजिये निकाले गए हैं उसी रूट से चेहल्लम के ताजिये निकालने में क्या बुरार्ई है। उक्त रूट विष्णु मंदिर के सामने स्थित रोड़ से कालीमाता मंदिर, झांसी रोड़ होते हुए है।
लेकिन उक्त स्थल पर मंदिर होने के कारण प्रशासन ने छत्री मार्ग से ही ताजिये निकालने का निर्णय लिया था। विरोध को देखते हुए अंतत: यह तय किया गया कि सीवर खुदार्ई के कारण खुदी सडक़ का तत्काल भराव कर ताजिये निकाले जाऐं।
ताजिये निकालने में खुदी सडक़ बन रही थी बाधक
गूजर तालाब और परिणय वाटिका के सामने स्थित सडक़ कई महीनों से सीवेज खुदाई के कारण खुदी पड़ी है। पांच-सात फुट सडक़ जो बची हुर्ई है उसमें दो पेड़ लगे हुए हैं। इस कारण पेड़ काटकर ताजिये निकालने का निर्णय लिया गया था, लेकिन विरोध के कारण पेड़ काटा जाना स्थगित किया गया और ताजिये निकालने के लिए युद्ध स्तर पर सडक़ की भरार्ई का कार्र्य शुरू कर दिया गया है।
पेड़ काटे जाने को रोकने के लिए मौैके पर पहुंचा वन विभाग
छत्री रोड़ पर पेड़ों की कटार्ई होने जा रही है। यह समाचार जब भाजपा नेताओं के माध्यम से वन विभाग के अधिकारियों के पास पहुंचा तो वन विभाग ने रेंजर सहित वन रक्षकों को मौके पर भेजा। घटना स्थल पर मौजूद एक रेंजर ने बताया कि पेड़ काटे जाने से उनका कोई संबंध नहीं है बल्कि पेड़ कटने से रोकने हेतु वह मौके पर आए हैं।