श्राद्धपक्ष में पितरों को मोक्ष का मार्ग दिखाती श्रीमद् भागवत कथा: आचार्य सुशील कुमार

शिवपुरी-यह पुर्नजन्मों का पुण्य फल है कि इस संसारी दुनिया को छोडक़र जाने वाले हमारे पूर्वज आज इन पितृपक्ष के दिनों में हमारे समक्ष होते है ऐसे में पितृरों को तर्पण, उनका आह्वान, पूजा-अर्चन और इन सब के साथ यदि श्रीमद् भागवत कथा का पुण्य लाभ मिल जाए तो समझिए पितरों के लिए मोक्ष का मार्ग प्रशस्त हो गया।

तर्पण के दिनों में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन, श्रवण और श्रावक सभी को पुण्य फल देने वाला होता है ऐसे में कथा श्रावण पूर्वजों की मृतात्मा को मोक्ष का मार्ग दिखाती है। मोक्ष का यह मार्ग प्रशस्त किया आचार्य सुशील कुमार पाण्डे ने जो स्थानीय रेस्ट हाउस क्रं.01 पर धर्मप्रेमीजनों द्वारा आयोजित संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के माध्यम से पितृपक्ष के दिनों में कथा महत्व पर प्रकाश डाल रहे थे। 

इस अवसर पर कथा में भगवान शिव-पार्वती कथा का वृतान्त भी श्रवण कराया गया। कथा के मु य यजमान श्रीमती सुषमा-महेश पाण्डे सहित अन्य लगभग 11 सदस्य सपरिवार शामिल है जिनके द्वारा सर्वप्रथम विधि-विधान से पूजन अर्चन के साथ पितरों का तर्पण व श्राद्ध पक्ष में पितरों का आह्वान किया गया तत्पश्चात सभी ने मिलकर श्रीमद् भागवत कथा का पूजन किया और फिर आचार्य सुशील कुमार एवं उनके सह कथावाचक आचार्य शिवनाथ शर्मा के द्वारा कथा का पुण्य लाभ अर्जित कराया गया। 

आयोजन समिति ने समस्त धर्मप्रेमजीनों से रेस्ट हाउस क्रं.01 पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में अधिक से अधिक सं या में पहुंचकर धर्मलाभ लेने की अपील की है।