शिक्षा विभाग में बदलााव: बीईओ होगें पावर में, प्रिंसिपल पावर लैस

शिवपुरी। संकुल प्राचार्यों को वेतन आहरण अधिकार मिलने से लूप लाइन में पहुंच गए विकास खंड शिक्षा अधिकारी बीईओद्ध दोबारा से पावरफुल होंगे। वेतन आहरण और निरीक्षण के पावरफुल अधिकारों से लैस संकुल प्राचार्य सिर्फ स्कूल में शैक्षणिक गतिविधियां देखेंगे।

स्कूल से संकुल केंद्र तक जानकारी देने वाले बीएसीए सीएसी वापस स्कूलों में पहुचेंगे। मॉनीटरिंग की जि मेदारी के लिए एरिया एज्युकेशन ऑफीसर नियुक्त किए जाएंगें। शिक्षा विभाग ये व्यवस्था नए शिक्षण सत्र से शुरू करने जा रहा है। इस संबंध में ट्रेजरी ऑफीसर ने भी 15 जून के बाद पुराने डीडीओ पावर समाप्त किए जाने के पत्र जारी कर दिए हैं।

यह जारी हुआ आदेश 
शिक्षा विभाग से जुडे अधिकारियों की माने तो संकुल प्राचार्यों से डीडीओ पावर छीनने की तैयारी पूरी कर ली है। इसके लिए ट्रेजरी में प्राचार्यों के हस्ताक्षरों को डीडीओ पावर के लिए अवैध घोषित करने का पत्र भोपाल से जारी हो गया है। 

संकुल प्राचार्य के स्थान पर बीईओ को डीडीओ के पावर दिये जा रहे है। यह नई व्यवस्था 15 जून से लागू हो जाएगी। ऐसे में इस बार शिक्षकों का वेतन डीडीओ पावर प्राप्त करने के बाद ब्लाकों में पदस्थ बीईओ ही निकालेंगे। 

डीपीआई ने मांगी डीईओ से जानकारी 
संचालक लोक शिक्षण बी एस जामोद ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से पत्र लिखकर एईओ की पदस्थी के संबंध में तत्काल जानकारी मांगी है। डीपीआई ने डीईओ को पत्र में निर्देश दिए है कि राज्य शिक्षा केंद्र के तहत 40 से 50 प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में एक एरिया एज्यूकेशन ऑफीसर नियुक्त किया जाना है।

इस गतिविधि पर आपके यहां कितनी प्रगति हुई है, इसकी जानकारी तीन दिन में मेल के जरिए हर हाल में भेजी जाए। तीन दिन में जानकारी नहीं मिलने पर अनुशासनहीनता मानी जाएगी। भोपाल से जारी इस पत्र के बाद फाइलों में दबी एईओ की पदस्थी की प्रकिया दोबारा से शुरू हो गई है।