डमी डिलेवरी की बोला तो शर्मा गईं नर्सं

शिवपुरी। जिले में पुरूष परीक्षकों ने जब महिला नर्सों के सामने एक प्रसव प्रदर्शन में जब डमी प्रसूता रखी तो जिले की नर्सें शर्माकर पानीपानी हो गईं। वर्षों से अपने अनुभव व योग्यता के बलबूते सैकडों प्रसूताओं का सफल प्रसव करा चुकीं जिले की संविदा स्वास्थ्यकर्मी नर्सें आज उस समय शरमाती नजर आईं जब उनकी नौकरी का भविष्य तय करने वाले इंटरव्यू के दौरान प्रसूता की डमी रख दी गई। और परीक्षकों ने उनसे प्रसव कराने का प्रदर्शन करने को कहा तो अधिकांश नर्सें वहां मौजूद पुरुष परीक्षकों व अन्य लोगों के सामने शरमा कर सटीक जवाब नहीं दे पाईं।

पिछले 5 तारीख से चल रहे इस इंटरव्यू का शनिवार को आखरी दिन था। इसमें मौखिक के अलावा प्रायोगिक परीक्षा गुना से आई मूल्यांकन टीम ने ली। इस परीक्षा का परिणाम जिले के 250 संविदा स्वास्थ्यकर्मियों का भविष्य तय करेगा, परीक्षा के तरीके को लेकर अधिकांश स्वास्थ्यकर्मी नाराज और नाखुश नजर आए।

संविदाकर्मी इंटरव्यू के दौरान पूछे गए सवालों से नाखुश नजर आए उनका कहना था कि उनसे मेडिकल लैग्वेज में प्रश्न किए गए जबकि कई संविदा कर्मचारी दस वर्ष पहले भर्ती हुए हैं और वे जानते हुए भी इन सवालों का जवाब नहीं दे पाए इसके अलावा फील्ड में कार्य करने वालीं एएनएम जो मु यत: टीकाकरण का कार्य करती हैं उनसे टीकाकरण संबंधित सवाल पूछने की बजाए प्रसव प्रक्रिया से जुड़े प्रश्न पूछे गए।

55 से कम मिले अंक तो जाएगी नौकरी
इस पूरी परीक्षा को लेकर जो जानकारी अधिकारियों द्वारा संविदा स्वासथ्यकर्मियों को दी गई है उसके अनुसार परीक्षा में 65 फीसदी से अधिक अंक लाने वालों को पांच फीसदी इंक्रीमेंट दिया जाएगा। जबकि 55 से 65 फीसदी अंक लाने वालों को 3 माह का अनुबंध करना होगा और इसके बाद पुन: आयोजित परीक्षा में 65 फीसदी से अधिक अंक न आने पर नौकरी से हटा दिया जाएगा। जबकि 55 फीसदी से कम अंक वालों को तो परिणाम आते ही नौकरी से विदा कर दिया जाएगा।