शिवपुरी। आज जनसुनवाई के दौरान उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया जब भाजपा नेता आशुतोष शर्मा ने कलेक्टर राजीव दुबे की ओर इंगित करते हुए कहा कि आपका व्यवहार ठीक नहीं है और श्री शर्मा ने कलेक्टर को अपना व्यवहार सुधारने की नसीहत दी।
कलेक्टर के बचाव में जब डिप्टी कलेक्टर बी प्रसाद आए तो श्री शर्मा ने उन पर भी व्यवहार ठीक न होने का आरोप लगाया और कहा कि आप क्या कलेक्टर साहब के वकील हो।
विवाद के दौरान अतिरिक्त कलेक्टर नीतू माथुर दोनों पक्षों को शांत करने की कोशिश करती हुईं देखी गईं। विवाद के बाद भाजपा नेता कलेक्टर को देने आए ज्ञापन को वापिस ले गए।
हुआ यह कि आज कलेक्ट्रेट में जब जनसुनवाई हो रही थी उसी समय युवा भाजपा नेता आशुतोष शर्मा खटारा वाहनों के कारण शहर में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए आवेदन लेकर आए।
श्री शर्मा ने आवेदन देते समय कलेक्टर को कहा कि इस आवेदन की प्रति वह मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, यशोधरा राजे ङ्क्षसधिया और अन्य संबंधित व्यक्तियों को भी दे रहे हैं और यह एक गंभीर समस्या है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी बढ़ते प्रदूषण से चिंतित हैं। बताया जाता है कि जब श्री शर्मा यह कह रहे थे तो कलेक्टर ने कहा कि यह कोई नेतागिरी का माध्यम नहीं है और न ही जनसुनवाई भाषण देने का मंच है। कलेक्टर के इतना कहते ही आशुतोष शर्मा उखड़ गए और उन्होंने कलेक्टर से कहा कि आपका व्यवहार ठीक नहीं हैं आप अपना व्यवहार सुधारें।
आपका आचरण यह जाहिर करता है कि जनता के प्रति किस तरह का व्यवहार आप करते हैं। मैं शिवपुरी शहर का जागरूक नागरिक हूं। उस दौरान पत्रकार जनसुनवाई में मौजूद थे और आशुतोष शर्मा ने कहा कि मैं प्रेस के समक्ष इस बात को कह रहा हूं।
इसके बाद डिप्टी कलेक्टर बी प्रसाद ने आशुतोष से कहा कि आप अपना व्यवहार तो देखें। इस पर भाजपा नेता ने उन पर भी गलत व्यवहार का आरोप लगाया और कहा कि क्या आप कलेक्टर साहब के वकील हैं।
इस दौरान अतिरिक्त कलेक्टर नीतू माथुर लगातार माहौल को सामान्य बनाने की कोशिश करती देखी गईं तथा उपसंचालक पंचायत श्री वर्मा भाजपा नेता को शांत करने की कोशिश करते देखे गए।
इसके बाद बिना ज्ञापन दिए भाजपा नेता आशुतोष शर्मा हॉल से यह कहते हुए बाहर चले गए कि मैं बहुत आहत हूं और अपने निजी काम के लिए जनसुनवाई मेंं नहीं आया था।