अस्पताल में नर्स ने कर डाली गर्भवती महिला की सोनोग्राफी

शिवपुरी- जिला चिकित्सालय में चिकित्सकीय स्टाफ में हौचपौच की स्थिति उस समय निर्मित हो गई। जब एक गर्भवती महिला की सोनोग्राफी चिकित्सक के करने के बजाए महिला नर्स द्वारा कर दी गई और बाद में गर्भवती महिला को भी बता दिया कि उसके पेट में दो बच्चे है।

 जिसमें एक बच्चे की धड़कन नहीं है जबकि एक की सांस चल रही है। इस तरह की बात सुनकर ना केवल महिला के परिजन घबरा गए बल्कि उन्होंने महिला विशेषज्ञ चिकित्सक से उपचार कराने की बात कही।

 इस संबंध में महिला मरीज ऊषा पत्नि मनोज रावत निवासी बिग सिनेमा के पास फतेहपुर ने सिविल सर्जन को बताया कि उसे गर्भावस्था के दौरान सोनोग्राफी करानी थी और यहां अल्ट्रा सोनोग्राफी करते हुए महिला नर्स मधु सक्सैना ने ना केवल मशीन खोली बल्कि उसके पेट पर रखकर चैक भी किया।

 इस तरह यह मामला सिविल सर्जन के सामने आया कि अप्रशिक्षित और बिना अनुमति के सोनोग्राफी करना दण्डनीय अपराध है। इस घटना को लेकर सिविल सर्जन ने महिला नर्स को जमकर फटकार लगाई और सीएमएचओ को भी मौके पर बुलाकर वस्तुस्थिति से अवगत कराया। 

बिना अनुमति सोनोग्राफी करना गंभीर अपराध : डॉ.गोविन्द सिंह 
जब सिविल सर्जन डॉ.गोविन्द सिंह को इस पूरे मामले की जानकारी लगी तो उन्होंने अपने स मुख कक्ष में महिला नर्स मधु सक्सैना को बुलाया और उसे डांटते हुए कहा कि उसने एक गंभीर अक्ष य अपराध किया है जो क्षमा के काबिल नहीं है, इसके अलावा अल्ट्रा सोनोग्राफी करने के लिए प्रशिक्षण लिया जाता है और प्रशिक्षित चिकित्सक अथवा नर्स द्वारा ही चलाया जाता है।

 लेकिन तुमने इस मशीन का दुरूपयोग कर मरीज की जान से खिलवाड़ करने का कार्य किया है। हालांकि इस दौरान महिला नर्स मधु सक्सैना अपने द्वारा किए गए अपराध पर क्षमा मांगती रही लेकिन सिविल सर्जन ने इस अपराध को दोषी मानते हुए कार्यवाही की बात कही है। 

इनका कहना है-
आंखों देखी जानकारी तो मेरे सामने नहीं है लेकिन सीएस द्वारा मुझे जानकारी दी गई तो मैं जिला चिकित्सालय पहुंचा और यहां मरीज बीमार था और नर्स ने बिना अनुमति के सोनोग्राफी कर दी। इस मामले में सीएस ने लिखापढ़ी की है और लिखित कार्यवाही मेरे पास आने पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
डॉ.व्ही.के.खरे
मु य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, शिवपुरी