NOC मिली नई के करन लगे, बधाई-बधाई !

ललित मुदगल@एक्सरे। बजने लगे है बधाई गीत, होने लगा चरणम् शरणम् का चालीसा, आ गई शिवपुरी में बडी खुशी, मिल गई है 407 पेड़ काटने की अनुमति। मिल गया है मौका सिंधिया निष्ठो को एक और बधाई देने का,  हद हो गई यार इन पोस्टर छाप नेताओ की करतूतो की।

मन करता है कि ऐसे नेताओ की मूर्तिया शहर के हर चौराहे पर गाढ़ दीं जाएं और आपका जब मन करे... अपने बच्चो को चौराहे से निकलते समय दिखाना और कहना कि ये है वे शिवपुरी के महान चरणम् शरणम् चालिसा के महान रचियता जिनके कारण शिवपुरी हडप्पा सस्कृति से भी पुरानी दिखनी लगी है।

एक अदद NOC जो पिछले दो साल पहले मिल जानी थी उसे कल नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड ने 407 पेड़ काटने की अनुमति प्रदान कर दी। इन पेड़ों के कारण ही योजना का काम रूका हुआ था और इसी NOC के चक्कर में योजना वेंटिलेटर पर आ गई और आप चल दिए बधाई गीत गाने...।

चाहे जब तक नेशनल पार्क के रखवालो ने 4000 हजार पेडों को कटवाकर घरो का पानी गर्म करवा दिया होगा। यह NOC सिंधिया जैसे शक्तिशाली नेता 2 साल बाद ला पाए, यह हमारे लिए शर्म की बात है। और इन दो सालो में डेढ साल उनकी सरकार थी वे सरकार में मंत्री भी थे और एनओसी नही ले पाए अपनी सरकार में। अब सरकारी की थकेली प्रक्रिया से आ गई तो चल दिए सिंधिया निष्ठ बधाई गीत गाने और प्रेस को फोन कर-कर बधाईयो के प्रेसनोट छपवाने।

अभी कल ही अनुमति मिलने पर नगर पालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह, शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राकेश गुप्ता, विजय शर्मा, हरवीर सिंह रघुवंशी, राकेश जैन आमोल, खलील खान आदि ने श्री सिंधिया के प्रति आभार व्यक्त करते हुए एक समाचार पत्र में प्रकाशन कराया है। कुछ ऐसे मानो गंगा उतरने वाली हो। अब इन नेताओ को कौन बताए की अभी सुप्रीम कोर्ट की एक कमेटी की अनुमति मिलना आवशयक है तब ही काम शुरू हो पाऐगा।

यह बधाई उस योजना पर दी जा रही है जिस पर काम करने वाली दोशियान कंपनी काम छोडकर भाग चुकी है। अहमदाबाद में तो एक मामले में कंपनी के संचालकों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज हो चुके हैं। शिवपुरी में इस योजना पर काम करने को मंजूर नही है पैसा बढाने का दबाब बनाने का प्रयास कर रही है।

और बधाई दी जा रही है, जब योजना पर 52 करोड रूपए फूंक दिए गए हैं, परन्तु काम नही हो पाया। शिवपुरी के कंठ प्यासे के प्यासे रह गए है। सिधिंया जी के किसी भी प्रोजेक्ट का काम अभी पूर्ण नह हो पाया। उनके द्वारा लाए गए कॉलेज शिफ्ट हो गए, तब कोई सिधिंया निष्ठ भूख हडताल पर नही बैठा। कोई भी घर से बाहर नही निकला, सडकों पर नही आया कि भाजपा सरकार शिवपुरी के भविष्य के साथ खिलवाड कर रही है। कोई भी आंदोलन नही किया गया इन कॉलोजो को बचाने के लिए।

अब देने लगे है बधाई एक NOC आने पर, बधाई ही क्यों सिधिया जी का नागरिक अभिनंदन का भी कार्यक्रम कर देते, एक बधाई यात्रा के कार्यक्रम की घोषणा कर देते वो भी पैदल शिवपुरी से दिल्ली तक। यार कुछ तो शर्म करो, कैसा भविष्य बना रहे हो इस शिवपुरी शहर का।