SMC में अब VP के लिए जंग शुरू

शिवपुरी। शिवपुरी म्यूनिसिपल कोंसिल में प्रेसीडेंट पोस्ट के इलेक्शन हो जाने के बाद अब वाइस प्रेसीडेंट की चेयर को टारगेट कर नेताओं ने तिकड़में शूरू कर दीं हैं। कांग्रेस का मानना है अध्यक्ष के बाद उपाध्यक्ष भी हमारा हो और भाजपा का अध्यक्ष के पद के बाद किसी भी कीमत पर उपाध्यक्षी नही छोडना चाहती और इसके लिए पार्टी सहित दावेदारों के बीच जंग शुरू हो चुकी है।

विदित हो कि नगर पालिका अध्यक्ष के चुनाव में अध्यक्ष पद कांग्रेस के कोटेे में जाने के बाद जो नव निर्वाचित नगर पालिका परिषद सामने आई है उसमें भाजपा का पलड़ा भारी दिखाई दे रहा है। शहर के 39 पार्षदों में से 18 भाजपा के पास है जबकि कांग्रेस को 12 पार्षद बहुमत के आधार पर मिले है। शेष 9 निर्दलीय ह।

इन 9 निर्दलीय में से 5 पार्षद ऐसे जीत कर आए है जिन्होने भाजपा से टिकिट ना मिलने के कारण बगावत कर निर्दलीय चुनाव लडा था और वे विजयी भही हुए है। इन्है राजनीतिक पंडित भाजपा का ही मान रहै है और भाजपा भी इन्है अपनी गिनती में जोड रही है।

कांग्रेस से जो 12 पार्षदों को नव निर्वाचित परिषद चुनाव जीतकर जनता में आए है,उनमें से उनमें उपाध्यक्षी पद को लेकर अन्नी शर्मा के अलावा आकाश शर्मा व ज्योति गोलू धाकड़ की दावेदारी सामने आ रही है। वहीं ईस्माईल कुर्रेशी की दावेदारी को लेकर कांग्रेस के परंपरागत वोट बैंक मुस्लिम समुदाय ने उपाध्यक्षी का पद कांग्रेस में इस्माईल कुर्रेशी को मिले, इसकी मांग करना शुरू कर दी है।

उपाध्यक्ष कौन होगा, बहुमत के आधार पर परिषद में फेसला किसके पक्ष में जाएगा यह तो कहना मुश्किल है लेकिन इतना तय है कि मुन्ना लाल कुशवाह एवं उनसे जुड़े हुए लोग कांग्रेस के किसी व्यक्ति को उपाध्यक्ष बनाने की का प्रयास दिल जान से कंरेगें।

नगर पालिका में उपाध्यक्ष की भूमिका के लिए बहुमत के आधार पर भाजपा का पलड़ा साफ दिखाई दे रहा है। भानु दुबे के अलावा पंकज महाराज और चन्द्रकुमार बंसल नाम सामने आ रहे है। भानु दुबे यदि यशोधरा राजे सिंधिया की तरफ से प्रस्तावित किया जा सकता है तो पंकज महाराज और चन्द्रकुमार बंसल को सीधे तौर पर नरेन्द्र सिंह तोमर समर्थक लोगों की पैरवी माना जा रहा है।

उपाक्ष्यक्षी के दावेदार ने अपनी-अपनी सैंटिग शुरू कर दी है वहां अपने राजनीतिक आकाओ को मनाने में जुटे है अपने राम का तो यह भी कहना है कि  भाजपा यह नही माने की परिषद में बहुमत उसका है तो उपाध्यक्ष उसकी होगा क्यो कि पिछली बार परिषद में बहुमत कांग्रेस का था और जीत गए थे भाजपा के भानू दुबे।