मुन्नालाल कांग्रेस से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी, औपचारिक घोषणा शेष

शिवपुरी। नगरपालिका शिवपुरी के अध्यक्ष पद के लिये कांग्रेस ने मुन्नालाल कुशवाह की उ मीदवारी को तय कर लिया है। श्री कुशवाह के नाम की सिर्फ औपचारिक घोषणा शेष है, वहीं 39 वार्डों के प्रत्याशी भी सुनिश्चित कर लिये गये हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार नगरपालिका शिवपुरी के अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनने के लिये कांग्रेस में काफी जद्दोजहद चली। पिछड़ा वर्ग के लिये आरक्षित इस सीट के लिये लगभग एक दर्जन दावेदारों ने अपना दावा प्रस्तुत किया। आश्चर्यजनक रूप से गैर राजनैतिक पृष्ठभूमि के स्कूल संचालक अशोक ठाकुर ने भी पार्टी से टिकिट की मांग की।

श्री ठाकुर ने प्रत्याशी घोषणा के पूर्व अपने स्कूल शिवपुरी पब्लिक स्कूल में श्री सिंधिया को आमंत्रित कर उन्हें दीपावली मिलन समारोह का मु य अतिथि बनाया और विधिवत रूप से पार्टी के समक्ष टिकिट के लिये वायोडेटा भी सौंपा, लेकिन स्थानीय कांग्रेसियों ने जिनमें खासकर सांसद प्रतिनिधि हरवीर सिंह रघुवंशी थे, ने उनकी उ मीदवारी का खुलकर मुखर विरोध किया और स्पष्ट रूप से कहा कि पार्टी का टिकिट उसे दिया जाना चाहिये जो निष्ठावान है तथा जिसने कांग्रेस के आंदोलनों में बढ़-चढ़कर भाग लिया है।

जिला कांग्रेस में श्री रघुवंशी काफी प्रभावी भूमिका में है। सिंधिया खेमे से कांग्रेस के पर्यवेक्षक मोहन सिंह राठौड़, अशोक ठाकुर की उ मीदवारी के पक्ष में थे, लेकिन स्थानीय कांग्रेसियों के विरोध के चलते अशोक ठाकुर के नाम पर विराम लग गया। सावरकर पार्क को अपने विकास मॉडल के रूप में प्रस्तुत करने वाले छत्रपाल सिंह गुर्जर का नाम भी प्रमुखता से सामने आया। श्री गुर्जर के पक्ष में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता खुलकर आये।

उनके समर्थकों में पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन, पूर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष विनोद धाकड़ आदि थे। इन्हीं कारणों से श्री गुर्जर का नाम पैनल में शामिल किया गया। पर्यवेक्षकों द्वारा भेजे गये पैनल में पूर्व विधायक जगदीश वर्मा के सुपुत्र प्रधु न वर्मा का नाम भी था जो अपने पिता की साफ-स्वच्छ छबि के कारण प्रमुख रूप से टिकिट का दावा कर रहे थे। श्री वर्मा के नाम को भी काफी वजनदारी मिली और सूत्र बताते हैं कि उनका नाम भी पैनल में शुमार था। पैनल में नगरपालिका के पूर्व उपाध्यक्ष पदम चौकसे का नाम भी शामिल किया गया था। श्री चौकसे का नपा उपाध्यक्ष का कार्यकाल काफी सराहनीय रहा था।

 उनकी मिलनसार और ईमानदार छबि है, लेकिन ऐनवक्त पर उनका नाम दौड़ से सिर्फ इसलिये बाहर हो गया क्योंकि कोलारस से सजातीय रविन्द्र शिवहरे को अध्यक्ष पद का टिकिट देना तय कर लिया गया। सेवादल के पूर्व जिलाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह के नाम की पैरवी शिवपुरी के प्रतिष्ठित सांवलदास परिवार ने की। श्री कुशवाह भाजपा के पूर्व विधायक माखनलाल राठौर के परिष्कृत संस्करण के रूप में जाने जाते हैं।

उनकी अतिशय विनम्रता और कोमलता टिकिट प्राप्ति की राह में काफी  सहयोगी बनी, वहीं पांच साल पहले सिंधिया के चुनाव प्रचार के समय उनके युवा पुत्र की आकस्मिक दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी, लेकिन इसके बाद भी श्री कुशवाह पुत्र की मृत्यु के शोक को भुलाकर श्री सिंधिया के प्रचार में लगे रहे और शायद यही फेक्टर उनके लिये निर्णायक साबित हुआ। आज जल्द ही उनकी उम्मीदवारी का ऐलान घोषित होना संभावित है,