भाजपा-कांग्रेस के बीच निर्दलयों का बढ़ता दखल

शिवपुरी। नगर पालिका अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी हरिओम राठौर और मुन्ना लाल कुशवाह को करारी चुनौती निर्दलीय प्रत्याशियों से मिलना शुरू हो गई है। इसमें मानचन्द्र राठौर का चुनाव चिह्न नल भाजपा के लिए परेशानी का सबब बना हैं तो रामजी लाल कुशवाह की बैलगाड़ी और छत्रपाल सिंह गुर्जर का मटका कांग्रेस के मुन्ना लाल कुशवाह को रोड़ा बनता नजर आ रहा है।
इसके अलावा जो निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में है राधेश्याम सोनी, राजकुमार सोनी के अलावा अन्य लोग ाी है। लेकिन  मानकचन्द्र राठौर, रामजी लाल कुशवाह और छत्रपाल सिंह गुर्जर की आवाज मतदाता तक पहुंचना शुरू हो गई है जिसमें छत्रपाल सिंह गुर्जर का मटका अपनी टीआरपी सबसे ज्यादा बनाए हुए है। मटके के कार्यालय का उद्घाटन सांप्रदायिक सौहाद्र्र्र की एक बड़ी मिसाल बना था जिसमें शहरकाजी कुतुबुद्दीन साहब के अलावा पं.भैया लाल अवस्था, गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के हरभजन सिंह और फादर एन.वर मौजूद थे। 

हालंाकि शहरकाजी कुतुबुद्दीन साहब कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी मुन्ना लाल कुशवाह का नामांकन भरवाने भी गए थे। सामाजिक संगठनों के साथ-साथ बड़ी सं या में ब्राह्मण समुदाय के लोग छत्रपाल सिंह गुर्जर के समर्थन में बढ़ते नजर आ रहे है इसके अलावा कई मजदूर यूनियनों ने भी छत्रपाल सिंह पर भरोसा जताना शुरू कर दिया है। यदि यह परिस्थिति बढ़ती चली गई तो करोड़पति और रोड़पति के बीच यह चुनाव पहुंच सकता है।

छत्रपाल सिंह गुर्जर महल के कट्टर समर्थक माने जाते है जिनके कैबीनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से हमेशा मधुर संबंध रहे है अपनी राजनैतिक महत्वाकांक्षाओं को दरकिनार करते हुए पिछले 30 वर्षों में छत्रपाल सिंह गुर्जर ने वही किया जो महल ने चाहा। सन् 1999 के बाद अब पिछड़ा वर्ग सीट हुई तो छत्रपाल सिंह को उ मीद थी कि उन्हें वफादारी का ईनाम नगर पालिका अध्यक्षी की जि मेदारी से मिलेगा, लेकिन उनके नाम पर महल के दोनों उत्तराधिकारियों ने विचार तक नहीं किया। 

इससे आहत होकर छत्रपाल सिंह गुर्जर ने निर्दलीय चुनाव लडऩे का फैसला लिया और आज उनके फैसले के साथ मिलकर कई निष्ठावान सिंधिया समर्थक छत्रपाल को पूरी ताकत से सहयोग कर रहे है। शहरकाजी ने छत्रपाल सिंह गुर्जर के कार्यालय उद्घाटन में पहुुंचकर यह संकेत दिया है कि मुस्लिम समाज छत्रपाल सिंह गुर्जर को कांग्रेस से अलग नहीं मानता। यही शहरकाजी भी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के चुनाव में प्रस्तावक बने थे। कार्यालय उद्घाटन के समय अन्य लोगों के अलावा चन्द्रकांत समाधिया, शराफत जमाली, जूलियस चौहान, प्रमोद मिश्रा, महेन्द्र रावत, शिवकुमार सेन, पंकज माहेश्वरी, राकेश विरमानी, शरद गुप्ता, मोहन अग्रवाल,राजेश गर्ग, अनिल बंसल, जहांगीर खान, आपाक खान, रहीस खां, सुधांशु शर्मा, हिमांशु भार्गव आदि लोग मौजूद थे।