ग्रामीण बैंक में हुई लूट अभी भी अबूझ पहेली, लुटेरे बेसुराग

करैरा/शिवपुरी। पुलिस थाने से कुछ ही दूरी पर कल कृषि उपज मण्डी क्षेत्र में मु य सड़क पर स्थित मध्यांचल ग्रामीण बैंक की शाखा में दिनदहाड़े हुई लूट का 24 घंटे गुजर जाने के बाद भी कोई सुराग नही मिला है।

खुशकिस्मत बात यह रही कि लुटेरे चेस्ट की चाबी न मिलने के कारण लूट की बड़ी वारदात को अंजाम नहीं दे पाए और उनके पल्ले केशियर की जेब में मिले लगभग 7 हजार रूपये ही पड़े। लेकिन खास बात यह थी कि लुटेरे बेखौफ थे और उन्होंने अपनी पहचान छुपाने की कोशिश भी नहीं की। उनके मुंह ढके हुए नहीं थे।

घायल केशियर के अनुसार लुटेरों में से एक के पास कट्टा था और तीनों लुटेरे 25 से 30 साल की आयु के युवा थे तथा उनकी हाइट सामान्य थी और वे पेंट तथा शर्ट पहने हुए थे। प्रथम दृष्टि से देखने पर वह शिक्षित प्रतीत होते थे। लेकिन जिस इत्मिनान से वह बैंक में घुसे और वारदात के बाद बाहर निकले उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह प्रोफेशनल थे और उन्होंने रैकी कर वारदात को अंजाम दिया।

वह ठीक उस समय बैंक में घुसे जब मैनेजर बायके जैन और मैसेंजर विनोद बैंक में नहीं थे और बैंक में कोई अन्य ग्राहक भी नहीं था। उन्हें इस बात की भी जानकारी थी कि बैंक में सीसी टीव्ही कैमरा नहीं लगा है। इसीलिए वह मुंह ढके हुए नहीं थे।

बताया जा रहा है कि लुटोरो ने कैशियन भगवतशरण से खाता खोलने की जानकारी मांगी उन्होने जानकारी में आईडी फ्रुप लाने को कहा लुटेरो ने कट्टा दिखाते हुए कहा कि हमारे पास तो यही है और कैशियर के सर पर कट्टे से प्रहार कर दिया और 7 हजार रूपए लूट ले गए।