कथा में मनाया गया भागवान का प्राकट्य महोत्सव

शिवपुरी। शहर के फतेहपुर क्षेत्र में धाकड़ मोहल्ला हनुमान मंदिर पर आयोजित संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा में कथा के पंचम दिवस पर भगवान का भव्य प्राकट्य महोत्सव मनाया गया। इस दौरान पाण्डाल की आकर्षक सजावट की गई व भगवान के प्राकट्य दर्शन भी धर्मप्रेमीजनों को कराए गए।
कथा का में पं.नरोत्तम शास्त्री (वृन्दावन धाम) ने अपनी ओजस्वी वाणी में कथा का वृतान्त सुनाते हुए कहा कि कथा के पांचवें दिन भगवान का प्राकट्य महोत्सव मनाया जाता है और यह क्षेत्रवासियों का सौभाग्य है कि आज भगवान के प्राकट्य दर्शन का लाभ उन्हें मिल रहा है इस दर्शन को अपने सहेज कर रखें और प्रभु के बताए मार्ग पर चलें। यहां पं.नरोत्तम शास्त्री ने बताया कि भगवान के प्रकट होने से गोकुल का ऐश्वर्य बैकुण्ठ की तरह हो गया। कथा में पूतना वध का वृतान्त भी सुनाया जिसमें पूतना का अर्थ है जो पवित्र नहीं है उसका उद्वार भी भगवान श्रीकृष्ण ने किया। 

कथा में माखन चोरी लीला का वर्णन भी सुनाया, जिन गोप ग्वालों के यहां माखन का अभाव था उन ग्वालों को माखन खिलाने के लिए स्वयं बाल-गोपाल श्रीकृष्ण जी चोरी करते और सबको खिलाते। इसीलिए तो भगवान अपने भक्तों के ऊपर अद्भुत कृपा करते है। कथा में भगवान ने बृजररज का पान किया। इससे ब्रज की मिट्टी की महिमा बढ़। कथा में श्रीधाम वृन्दावन में प्रवेश, अघासुर का उद्वार, गोवर्धन पूजा का उत्सव भी मनाया गया। 

कथा आयोजक परिवार पटेल परशुराम, जशवंत धाकड़, कप्तान, कपिल एवं समस्त धाकड़ परिवार ने अंचल के सभी धर्मप्रेमीजनों से कथा स्थल पर पहुंचकर पुण्य लाभ अर्जित करने का आग्रह किया है। यहां कथा से पूर्व सुबह व शाम को योगाचार्य अंतर्यामी स्वामी जी महाराज द्वारा धर्मप्रेमीजनों को योग की विभिन्न विधियों से भी अवगत कराया जा रहा है ताकि वह ईश्वरीय भक्ति के साथ-साथ शरीर को भी स्वस्थ बनाए रखें और अन्य को भी सिखाऐं।