छठवें सेमेस्टर के वेटिंग लिस्ट वाले पीजी में ले सकते हैं प्रवेश

शिवपुरी। स्नातक छठवें सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम घोषित न होने की स्थिति में भी आवेदक को स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर में प्रावधिक प्रवेश लेना अनिवार्य है। स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर में प्रावधिक प्रवेश प्रथम से पंचम सेमेस्टर तक के कुल अंकों के प्रतिशत के आधार पर गुणानुक्रम से दिया जायेगा।

वार्षिक पद्धति से परीक्षा में सम्मलित विद्यार्थियों के लिये अंतिम वर्ष के परिणाम घोषित न होने की स्थिति में स्नातक द्वितीय वर्ष तक के कुल अंकों के प्रतिशत के आधार पर गुणानुक्रम निर्धारित होगा। इसी आधार पर सत्यापनकत्र्ता अधिकारियों को दस्तावेजों के सत्यापन के निर्देश दिये गये हैं। केन्द्रीयकृत प्रवेश प्रक्रिया द्वारा स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में सीट आवंटित होने पर विद्यार्थी अपने दायित्व पर एक वचन-पत्र के साथ प्रवेश लेंगे। 

वचन-पत्र में यह उल्लेख होगा कि अगर छठवें सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम से गुणानुक्रम परिवर्तित होता है अथवा विद्यार्थी सेमेस्टर में अनुत्तीर्ण घोषित हो जाता है तो यह उसकी जि मेदारी होगी। प्रावधिक प्रवेश के उपरांत अंतिम परीक्षा परिणाम परिवर्तित होने की स्थिति में प्रवेशित विद्यार्थी को महाविद्यालय बदलने का अधिकार नहीं होगा।


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