नगर पालिका अध्यक्ष पद की सरगर्मियां हुईं शुरु

शिवपुरी। दिस बर माह में होने वाले नगर पालिका अध्यक्ष और 39 वार्डों के पार्षद पद के चुनाव की हलचल शुरु हो गई है। पार्षद पद के लिए आरक्षण पर्ची डालकर कर लिया गया है जबकि अध्यक्ष पद के लिए आरक्षण की प्रक्रिया भोपाल में संपन्न होगी। सूत्रों के अनुसार जुलाई के प्रथम सप्ताह में यह प्रक्रिया होगी।

इस बार अध्यक्ष पद सामान्य, पिछड़ा वर्ग पुरुष या पिछड़ा वर्ग महिला की पर्ची निकालकर तय किया जाएगा, लेकिन अध्यक्ष पद के संभावित दावेदार अभी से सक्रिय हो गए हैं। कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों में दावेदारों की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। 

पांच साल पहले हुए नगर पालिका चुनाव में अध्यक्ष पद सामान्य महिला के लिए आरक्षित था। इस बार भी ऐसी उ मीद थी कि अध्यक्ष पद सामान्य महिला के लिए ही रहेगा। नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस बावत् बयान दिया था कि आरक्षण दस साल के लिए होना चाहिए ताकि काम करने में अध्यक्ष और पार्षदों को संतोष तथा सुकून महसूस हो सके।

पांच साल के लिए आरक्षण होने से अध्यक्ष और पार्षदों को दिलचस्पी नहीं रहती, लेकिन ऐसा हो नहीं सका और इस बावत् विधानसभा में विधेयक पारित कराना आवश्यक होता, परंतु अभी तक ऐसी कोई हलचल नहीं हुई है वहीं पार्षद पदों के लिए आरक्षण हो चुका है। इस कारण यह तय लग रहा है कि दस साल के लिए आरक्षण फिलहाल विचार में नहीं है।

सूत्र बताते हैं कि शिवपुरी नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए इस बार सामान्य, पिछड़ा वर्ग पुरुष और पिछड़ा वर्ग महिला की तीन पर्चियां डाली जाएंगी तब तय होगा कि अध्यक्ष पद किस कोटे में जाता है, लेकिन अभी से सामान्य, पिछड़ा पुरुष और महिला वर्ग के दावेदार सक्रिय हो गए हैं।

सामान्य वर्ग के लिए तो दावेदारों की झड़ी लगी हुई है। ऐसे में कांग्रेस और भाजपा के लिए उ मीद्वार का चयन करना काफी मुश्किल होगा। पिछड़ा वर्ग पुरुष के लिए भी दावेदारों की सं या कम नहीं है। लेकिन यदि अध्यक्ष पद पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित होता है तो नेताओं की पत्नियों का दावा इस बार फिर मजबूत होगा।
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सामान्य वर्ग के कांग्रेस और भाजपा के संभावित प्रत्याशी
नपा अध्यक्ष पद सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित होने पर कांग्रेस और भाजपा में जबर्दस्त घमासान हो सकता है। भाजपा में सामान्य वर्ग के दावेदारों की सं या कम नहीं है। अध्यक्ष पद के भाजपा की ओर से संभावित दावेदारों में नपा उपाध्यक्ष भानु दुबे, नपा अध्यक्ष रिशिका अष्ठाना के पति अनुराग अष्ठाना, यशोधरा राजे समर्थक डॉ. शैलेन्द्र गुप्ता, डॉ. राजेन्द्र गुप्ता, समाजसेवी तेजमल सांखला, पार्षद मनीष गर्ग मंजू,  युवा नेता कपिल जैन, जिपं अध्यक्ष जितेन्द्र जैन गोटू, भाजपा नगर अध्यक्ष ओमी जैन, विमलेश गोयल के नाम लिए जा रहे हैं। जबकि कांग्रेस की ओर से राकेश जैन आमोल, अजय गुप्ता, राकेश गुप्ता, अजयराज शर्मा, संजय सांखला के नाम चर्चा में हैं।

पिछड़ा वर्ग में भी जबर्दस्त घमासान की उम्मीद
अध्यक्ष पद यदि पिछड़ा वर्ग पुरुष और पिछड़ा वर्ग महिला में से आरक्षित हुआ तब भी कांग्रेस और भाजपा की उ मीद्वारी के लिए जबर्दस्त घमासान हो सकता है। सूत्र बताते हैं कि पिछड़ा वर्ग पुरुष के लिए अध्यक्ष पद आरक्षित होने की स्थिति में पूर्व विधायक और पूर्व नपाध्यक्ष माखनलाल राठौर भी मजबूत दावेदार हैं। उनके अलावा भाजपा में नगर महामंत्री हरिओम राठौर, भागीरथ कुशवाह, भाजपा कार्यालय मंत्री हरिओम नरवरिया, माणिकचंद राठौर, भोपाल सिंह दांगी, मथुरा प्रजापति, विनोद राठौर की नजरें भी अध्यक्ष पद पर केन्द्रित हैं। जब कांग्रेस में मुन्नालाल कुशवाह, रामसिंह यादव, राजेन्द्र शिवहरे, वीरेन्द्र शिवहरे द्वारा टिकट के लिए दावा पेश किए जाने की उ मीद है।