मोबाईल बैलेन्स चोरों से सावधान!

शिवपुरी- जी हां! इन दिनों नगर में मोबाईल बैंलेन्स चोरो का हल्ला सिर चढ़कर बोल रहा है क्योकि इस मोबाईल से बैलेन्स चोरी करना अब बहुत ही आसान हो गया है जो लोग जानते है वह तो अपना मोबाईल सुरक्षित बचा लेते है लेकिन जो लोग इस मोबाईल बैलन्स चोरी से अंजान है वह इस धड़ल्ले से इसका शिकार हो रहे है
जिसके चलते आए दिन ऐसे उपभोक्ताओ का बैलेन्स चंद मिनिटों में ही ना केवल कम हो जाता है बल्कि कभी-कभी तो पूरा का पूरा बैलेन्स ही साफ हो जाता है। यह इसलिए क्योंकि इन दिनों शहर में वोडाफोन कंपनी के द्वारा मोबाईल कनेक्टविटी से अधिक लोगों को जोड़ा गया है जिसमें अब उपभोक्ताओं को एक नया फण्डा बैलेन्स चुराने का मिल गया है जिसमें पहले वह मोबाईल बैलेन्स चोर अपने मोबाईल से अपने ही मित्र का बैलेन्स चुराकर देखता है जब वह कामयाब हो जाता है ऐसे ही ना जाने कितने लोग इस मोबाईल बैलेन्स चोरी का शिकार हो जाते है।

कई उपभोक्ता है परेशान

क्षेत्र में इन दिनों सर्वाधिक रूप से कई उपभोक्ता इसी समस्या से ग्रस्त है क्योंकि इस सुविधा का लाभ लेना भी आसान है जिसमें कंपनी की ओर से बताया गया है कि स्टार 131 स्टार और फिर संबंधित उपभोक्ता का मोबाईल नंबर जिससे उसमें मोबाईल नंबर के साथ बैलेन्स की राशि भी डालनी होती है जब इतना सब हो जाता है तो ओके करने पर सामने वाले का जितना चाहा बैलेन्स वह अन्य उपभोक्ता के मोबा. में पहुंच जाता है। 

इस तरह आसान हुई यह सुविधा अब कई लोगों के सिरदर्द का सबब बन रही है जिसमें इसके शिकार लोग जब वोडाफोन कंपनी को भी कॉल करते है तब भी उन्हें इसी सुविधा के बारे में जानकारी दी जाती है ताकि वह अन्य मोबाईलों से इस तरह मोबाईल बैलेन्स चुराकर अपनी पूर्ति कर सके। इस धोखाधड़ी के शिकार उपभोक्ताओं ने इस संबंध में अब पुलिस में जाने का मन बनाया है ताकि इस तरह की सुविधा बंद हो क्योंकि यूं तो आए दिन उपभोक्ता के मोबाईल का बैलेन्स गायब हो जाता है इसके लिए सभी मोबाईल उपभोक्ताओं को अपना मोबाईल सुरिक्षत रखने की अति आवश्यकता है।

नेट से भी उपभोक्ता हो रहे ठगी के शिकार

आज के आधुनिक युग में अब इंटरनेट का प्रभाव भी बहुताधिक होने लगा है। देखने में आया है कि इन दिनों ना केवल मार्केटिंग बल्कि अब तो बाजार जाने की अपेक्षा मोबाईल यूजर नेट से ही अपनी उपयोगी सामग्री खरीदने में दिलचस्पी दिखा रहे है लेकिन कई बार उपभोक्ता इस तरह से ठगी का शिकार भी हो जाते है। अभी कुछ रोज पहले जवाहर कॉलोनी निवासी सुशील शर्मा ने एक कंपनी की बेबसाईट पर जाकर टी-शर्ट का ऑर्डर का जिसकी कीमत 520 रूपये बताई गई, वहीं एक और उपभोक्ता ने रेडिफ शॉप बेबसाईट से भी हैट कैप का ऑर्डर किया जिसकी कीमत 524 रूपये रही, इस प्रकार इन दोनों ही मामलों में उपभोक्ता ठगे गए जिसमें टीशर्ट के ऑर्डर में जब वह डिलीवर हुई और भुगतान के बाद खोला तो वह टीशर्ट छोटी पाई गई, इसके साथ ही हैट कैप भी जो मिला वह देखने में ही ऐसा प्रतीत हो रहा था कि महज 50 रूपये का हो लेकिन जब गि ट पैक हो तो स्वाभाविक है कि उपभोक्ता पहले पैसे देकर अपनी चीज लेना चाहेगा लेकिन जब गि ट खोला तो उसके होश उड़ गए। जहां हैट कैप भी आया तो फटा हुआ और वह भी प्लास्टिक का। इस तरह की अन्य घटनाऐं भी शहर में देखने को मिली है।