डकैती की योजना बनाते चार डकैत दबोचे, हथियार व लूटा गया माल बरामद

शिवपुरी। आज रात पोहरी पुलिस ने गोपालपुर थाना क्षेत्र मे एक किसान के घर डकैती की योजना बनाते हुए चार डकैतो को हथियार सहित गिर तार किया है, पकड़े गए डकैतो ने महादेव घाटी से हुई अपहरण की घटना को अंजाम देने की बात भी स्वीकारी है।

बीते कुछ दिनों से अंचल में डकैत गिरोह की मूवमेंट होने की सूचनाऐं पुलिस को मिल रही थी। इस मामले को पुलिस ने भी गंभीरता से लिया और कई जगह सर्चिंग अभियान चलाया। इस दौरान पोहरी पुलिस को जरिए मुखबिर सूचना मिली कि एक डकैत गिरोह किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा है इस सूचना पर तुरंत एसडीओपी पोहरी एस.एन.मुखर्जी ने पुलिस अधीक्षक डॉ.महेन्द्र सिंह सिकरवार से मार्गदर्शन लेकर अग्रिम कार्यवाही की अनुमति ली।


जिस पर थाना गोपालपुर के महेशपुर के जंगल में मनीराम के यहां डलने वाली डकैती को रोकने के लिए पुलिस ने इस गिरोह की घेराबंदी की और ए बुस लगाकर डकैत गिरोह को सरेण्डर के लिए ललकारा लेकिन डकैत गिरोह ने फायरिंग कर दी जिस पर दोनों ही पक्षों ने फायरिंग की और अंतत: पुलिस ने घेराबंदी कर इस डकैत गिरोह को पकडऩे में सफलता हासिल की। पकड़े गए डकैत सं या में 4 बताए गए है जबकि शेष तीन डकैत मौका पाकर भाग गए। इन डकैतों के पास से घातक हथियार 315 बोर बंदूक, कुल्हाड़ी, लठ्ठ व नगदी 84 हजार रूपये की राशि पुलिस ने बरामद की। इस सफलता पर आईजी आदर्श कटियार ने पुलिस टीम को 15 हजार रूपये के ईनाम की राशि देने की घोषणा भी की।


मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ.महेन्द्र सिंह सिकरवार ने बताया कि थाना गोपालपुर के महेशपुर के जंगल में मनीराम पटेल के यहां डकैती डालने की योजना बनाई जा रही थी इस सूचना पर तुरंत एसडीओपी पोहरी एस.एन.मुखर्जी को गिरोह की घेराबंदी करने के लिए निर्देश दिए गए। जिस पर एक टीम बनाई गई जिसमें एडी टीम के प्रभारी उनि बृजमोहन रावत, गोपालपुर थाना प्रभारी सुदेश तिवारी, बैराढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक आनंद राय तथा थाना प्रभारी अमोला सुरेश शर्मा को शामिल किया गया। इस टीम ने एसडीओपी पोहरी श्री मुखर्जी के नेतृत्व में मुखबिर के बताए स्थान पर दबिश दी और वहां ए बुस लगाया और एल सेफ में घेराबंदी की जिसके मिड प्वाईंट पर एसडीओपी स्वयं मौजूद थे। पुलिस ने डकैती बना रहे डकैतों को ललकारा कि तभी डकैत गिरोह ने फायरिंग कर दी इस बीच पुलिस ने भी फायरिंग की।

बाद में जब पुलिस ने सभी को घेर लिया तो डकैतों ने भागने का प्रयास किया और पुलिस नेे चार डकैतों को पकड़ लिया जिसमें बंटी शर्मा उसके साथी डकैत शेरसिंह पुत्र मर्दन सिंह थाना मेहगांव भिण्ड, मनोज पुत्र भरोसी एवं संन्तम पुत्र महाराज सिंह ने हथियारों को नीचे करते हुए समर्पण कर दिया जबकि कल्ला पुत्र शिवचरण यादव थाना रामपुर जिला मुरैना, उपाई पुत्र बागसिंह निवासी सरजापुर थाना तेंदुआ, रामसेवक उर्फ सेवक पुत्र लड्डूराम थाना चिलवानी जिला श्योपुर घने जंगलों में झाडिय़ों एवं अंधेरे का लाभ पाकर भागने में सफल हुए। ऐसे में कल्ला यादव डकैत को थाना प्रभारी आमोला ने भागते हुए पकड़ लिया।

कबूली अपहरण की वारदात

इन पकड़े गए डकैतों से जब पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि बीते 04 माह पूर्व थाना बैराढ़ क्षेत्रांतर्गत महादेव घाटी के जंगल से पुरूषोत्तम धाकड़, च पालाल धाकड़ का अपहरण भी इसी गिरोह ने किया है। इनसे अन्य मामलों की भी पूछताछ पुलिस करेगी और संभावना है कि अन्य मामलों में भी यह डकैत गिरोह शामिल रहे।

हथियार व फिरौती की रकम जब्त

पुलिस ने पकड़े गए डकैतों से डकैती डालने वाले हथियार भी बरामद किए है जिसमें घटना में प्रयुक्त 315 लोडेड रायफल बंटी शर्मा के पास से एवं 315 लोडेड रायफल मय 06 कारतूस शेर सिंह से तथा मनोज जाटव से एक लाठी बरामद की गई एवं इस डकैत गिरोह के पास से फिरौती की रकम रूपये 85 हजार भी जब्त किए गए है।

बंजारा गैंग में बंटी शर्मा तो डकैत रमेश सिकरवार गैंग में शेरसिंह रहा है शामिल

पुलिस ने जिस चार सदस्यीय डकैत गिरोह को बैराढ़ क्षेत्र से पकड़ा है उसमें एक डकैत शेरसिंह भदौरिया ईनामी खंूखार डकैत है जिस पर श्योपुर पुलिस के द्वारा ईनाम भी घोषित है तथा पूर्व में गैंग लीडर रमेश सिकरवार गैंग का सदस्य रह चुका है तथा बंटी शर्मा भी पूर्व में बंजारा गैंग का सदस्य रह चुका है। इन दोनों के विरूद्ध डकैती, हत्या, हत्या का प्रयास, लूट के विभिन्न अपराध निकटवर्ती जिलों में दर्ज है।