मध्यप्रदेश की नई लिकर पॉलिसी का यशोधरा ने किया सपोर्ट

शिवपुरी। विधायक एवं वाणिज्यमंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने मध्यप्रदेश की नई शराब नीति का समर्थन किया है। उन्होंने देशी ठेकों पर अंग्रेजी शराब बेचने को उचित बताते हुए इसे विकास के लिए अतिरिक्त कमाई का जरिया बताया है।

केबीनेट में नई लिकर पॉलिसी मंजूर होने के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों में इसका तीखा विरोध दिखाई दे रहा है। यह मध्यप्रदेश में शराब की बिक्री को बढ़ाने का प्रयास बताया गया है, जबकि शराब के विरोध के शिवराज सिंह चौहान ने शपथ ग्रहण समारोह में कहा था कि वो अब शराब की कोई नई दुकान नहीं खुलने देंगे, अर्थ यह था कि अब शराब की उपलब्धता बाजार में बढ़ने नहीं दी जाएगी ताकि समाज में शराबखोरी की बुराई को धीरे धीरे कम करते हुए खत्म किया जा सके।

परंतु बीते रोज देशी शराब के ठेकों पर अंग्रेजी शराब की उपलब्धता के निर्णय के बाद स्पष्ट हो गया है कि सरकार प्रदेश में शराब की बिक्री को प्रमोट कर रही है। वो प्रदेश के कौने कौने में अंग्रेजी शराब की उपलब्धता सुनिश्चित कर उसकी बिक्री बढ़ाने में सहयोग कर रही है और इससे समाज का भला तो कतई नहीं होने वाला।

परंतु यशोधरा राजे सिंधिया की इस मामले में दलील कुछ और ही है। वाणिज्य मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रदेश का हजारों करोड़ रुपया रोका हुआ है। केंद्र पर राज्य का 2 से 6 हजार करोड़ रुपए बकाया हैं। ऐसे में सरकार को अपने आर्थिक संसाधन बढ़ाने के लिए कुछ फैसले तो लेने होंगे।

समझ नहीं आता कि मध्यप्रदेश का विकास किस कीमत पर करने का निर्णय लिया गया है। नागरिकों को शराबी बनाकर उन्हें कौन सी सुविधाएं देना चाहतीं हैं यशोधरा राजे सिंधिया और उनकी सरकार।

इस मामले में शिवपुरी के जागरुक नागरिकों की प्रतिक्रियाएं बहुत मायने रखतीं हैं। क्या आप भी हैं यशोधरा राजे सिंधिया की दलीलों से सहमत। कृपया अपनी प्रतिक्रियाएं दर्ज करें ताकि एक सही विचार अपनी विधायक तक पहुंच सके।