शिवपुरी-आदिशक्ति मॉं की आराधना करने के लिए भक्तों का सैलाब इन दिनों में नगर में जोशखरोश के साथ माता के मंदिरों में देखा जा रहा है। नगर ही नहीं अपितु संपूर्ण जिलेवासियों और दूर-दूर के अंचलों के नागरिकों को मॉं वैष्णोदवी के दर्शनार्थ नगर में आकर्षक दरबार सजा है जहां ना केवल मॉं वैष्णो बल्कि मॉं सरस्वती, मॉं लक्ष्मीस्वरूपा सहित भैंरोबाबा और मॉं अद्र्वकुमारी के दर्शन भी किए जा सकेंगें। नगर में मॉं वैष्णो का यह दरबार विगत 19 वर्षों से लगता चला आ रहा है।
बदलते परिवेश में मॉं वैष्णोदेवी उत्सव समिति के तत्वाधान में आर्थिक समस्या के कारण मॉं वैष्णो की झांकी विगत तीन वर्षों से नहीं लगाई जा रही लेकिन बीते कई वर्षों में लगने वाली मॉं वैष्णो देवी की झांकी में दर्शनार्थ करने वाले श्रद्धालुओं की लंबी भीड़ हमेशा ही मॉं की आराधना करने वाले भक्तों को अपनी ओर खींच लाती है। हजारों-लाखों श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ के बाद आज यह झांकी नगर में सभी के आकर्षण का केन्द्र है। मॉं वैष्णोदवी उत्सव समिति द्वारा प्रतिवर्ष सुआलाल के बाड़े में मॉं वैष्णो का दरबार सजाया जाता है जो साक्षात जम्मू में विराजी मॉं वैष्णो देवी स्वरूप जैसी प्रतीत होती है। प्रतिदिन भक्तों को यहां माता के दर्शनों के साथ प्रसाद भी वितरित किया जाता है। कहा जाता है कि मॉं वैष्णो के दर्शनों के बाद भक्तों की श्रद्धा भैंरो बाबा के दर्शनों के बिना पूरी नहीं होती इसलिए यहां भैंरोबाबा का दरबार भी सजाया गया है साथ ही मॉं अद्र्वकुमारी के दर्शनार्थ झांकी भी लगाई गई है। मॉं वैष्णोदेवी दरबार में अष्टमी के दिन विशाल फूल बंगला, छप्पन भोग व मांॅ का दरबार सजाया जाएगा और इसी दिन मॉं वैष्णो का खजाना भी बांटा जाएगा साथ ही नवदुर्गा के समापन पर 14 अक्टूबर को सायं 4 बजे मॉं वैष्णो देवी का चल समारोह नगर से निकाला जाएगा। मॉं वैष्णोदेवी उत्सव समिति ने शहर के समस्त भक्तजनों से मॉं वैष्णो दरबार में आकर पुण्य लाभ अर्जित कर मॉं के दर्शन लेने का आग्रह किया है।
कलिकाल में मॉं पीताम्बरा की पूजा अर्चना ही सुखदायी
मॉं पीताम्बरा(बगुलामुखी) कलिकाल में भक्तों की सभी मनोकामनाऐं पूर्ण कर भक्तों का सुख,समृद्धि,यश,विजय,वैभव व विजय प्राप्त करने का वरदान देवी आदि शक्ति मॉं पीताम्बरा बगुलामुखी अलौकिकदिव्य शांतिसुख ऐश्वर्य प्रदान करती है। मॉं पीताम्बरा शक्तिपीठ की यह जानकारी दी पं.बृजेश शर्मा जिन्होंने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में मॉं पीताम्बरा को तंत्र की देवी बताया और ब्रहस्त्र देवी कहा। पुजारी बृजेश शर्मा महाराज ने बताया कि इसे तंत्रों में सिद्ध विद्या कहा जाता है इस प्रयोग से प्रभावित तुरंत दृष्टि गोचर होता है मोक्ष प्राप्ति के लिये इसका प्रयोग साधक और वैष्णव लोग करते है साधना में पूर्ण पवित्रता ब्रह्चर्यव्रत पालन करना चाहिए।