स्कूल प्रबंधन की मनमानी से फूटा पालको मे आक्रोश

शिवपुरी/करैरा। झांसी रोड़ स्थित एक निजी स्कूल प्रबंधन की मनमानी के चलते स्कूल मे पढऩे वाले बच्चो के पालको मे आज बेहद आक्रोश दैखने को मिला पालको ने आज न केवल प्रबंधन द्वारा वुलाई गई बैठक मे जोरदार हंगामा किया और स्कूल मे ही प्रबंधन के खिलाफ नारेवाजी की । आक्रोशित पालक स्कूल से जुलूस के रूप मे तहसील कार्यलय पहुचे जहां एस डी एम के नाम संबोधित एक ज्ञापन भी सौपा और विघ्यालय के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की ।

जानकारी के अनुशार झांसी रोड़ पर स्थित संस्कृति पब्लिक स्कूल मे पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष फीस मे दो से तीन गुना की वृद्धि कर देने व चालाई जाने वाली किताबो , ड्रेस की बाजार मे ठीक से उपलब्धता न होने आदि कई अन्य समस्याओ से इस स्कूल मे पढऩे वाले छात्र छात्राओ के पालक कई दिनो से परेशान थे जब वह स्कूल के प्राचार्य से इस वारे मे बात करते तो कोई सुुनवाई नही होती वल्कि बच्चो को स्कूल से निकाल देने की बात कही जाती थी । आज स्कूल प्रबंधन द्वारा पालको की बैठक बुलाई गई जिसमे सभी पालको ने यहा की गई फीस मे नियम विरूद्ध फीस वृद्धि तथा किताबो को बोझ बढाने पर प्रबंधन से बहस को गई और प्रबंधन पालको को संतोषजनक जबाब नही दे से तो पालक भड़क उठे और नारे वाजी करने लगे । नारेवाजी करते हुए यह पालक स्कूल से वाहर निकल गए तथा जुलूस के रूप मे तहसील कार्यालय पहुचे जहां पर भी उन्हौने नारेवाजी की तथा एस डी एम की अनुपस्थिति मे स्टेनो आर के कुशवाहा को ज्ञापन सौपा ज्ञापन मे स्कूल की मनमानियो का शिकायत करते हुए कार्यवाही की मांग की है ।
यह है विद्यालय मे अनियमितताए
पालको ने एस डी एम को जो ज्ञापन सौपा है उसमे बताया गया है कि विधालय द्वारा सी बी एस ई की मन्यता न हो के बावजूद भी प्रचसर प्रसार मे सी बी एस ई होने का झांसा देकर गुमराह किया गया है , पुस्तको का मनमाने तरीके से चयन कर तीन दुकानो की बजाय केवल एक की दुकान पर उपलब्ध कराई जा रही है साथ ही विधालय के नाम के प्रिंट वाली कापियां भी उसी दुकान से क्रय करने के लिए पालको को बाध्य किया जा रहा है । आर टी ई अधिनियम मे जहां बच्चो के बस्ते का बोझ कम करने की बात कही गई है वही इस विधालय मे कक्षा एक से संस्कृत सहित कई ऐसी किताबेे चलाई जा रही है जो कि बच्चो के लिए अनुपयोगी है इनकी संख्या लगभग 14 करीब बताई गई है । स्कूल डायरी एवं एडमीशन फार्म भी यहा बिक्रय किया जा रहा है जबकि इसका कोई शुल्क नही लिया जाना चाहिए ।विधालय की गड़वेश भी नगर मे एक प्रतिष्ठान पर विक्रय कराई जा रही है जबकि कलेक्टर के निर्देश है कि कितावे व गड़वेश काम से कम तीन दुकानो पर उपलब्ध होना चाहिए ।
मनमानी फीस का लगा आरोप
पालको ने स्कूल प्रबंधन पर मनमानी तरीके से फीस बढाने का आरोप लगाते हुये कहा है कि सामान्य वर्ग के व्यक्ति को इतनी फीस वहन कर पाना मुष्किल है विद्यालय द्वारा पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष तीन से चार गुना फीस में बृद्धि कर दी गई है। साथ ही अन्य गतिविधियों के नाम पर भी प्रतिवर्ष 2 से 5 हजार रूपये प्रति छात्र बसूल किये जाते है। पालक बृजेन्द्र सिंह बैस के अनुसार फीस निर्धारण के जिला षिक्षा अधिकारी की अनुमति से पालक षिक्षक संघ की बैठक कर  पालको एंव स्थानीय वार्ड पार्षद की उपस्थिति में फीस बृद्धि किया जाना चाहिए साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि फीस बृद्धि 10 से 15 प्रतिषत से अधिक न हो परंतु विद्यालय प्रबंधन ने मनमानी करते हुये बिना पालको की सहमति से फीस में काफी बृद्धि कर दी गई। जो कि निमय बिरूद्ध  है इसके बावजूद भी विद्यालय प्रबंधन के बिरूद्ध कोई कार्यवाही प्रषासन द्वारा नही की गई है।
हर वर्ष बदलती है किताबें
पालको ने यह भी दर्द वयां किया कि स्कूल प्रबंधन द्वारा प्रतिवर्ष हर कक्षा की किताबें बदल दी जाती है तथा इनके प्रकाषक भी अलग अलग जगहो के होते है। इससे उन छात्रों को सबसे ज्यादा परेषानी होती है जोकि इस उम्मीद में रहते है कि पुरानी किताबें किसी छात्र से कम दरो मे क्रय कर अपना काम चला लेगे। विद्यालय प्रबंधन द्वारा हर वर्ष नया कोर्स एंव नयी किताबें बदल देने से किताबों के क्रय करने पर भी पालको पर अतिरिक्त बोझ बढता है। इस संबंध में जव आज विद्यालय प्रबंधन से भी पालको की बहस हुई तो विद्यालय प्रबंधन का कहना था कि वह अवतक यह नही समझ पा रहे की कौन सी किताबें अच्छी है इस कारण उन्हें प्रतिवर्ष किताबें बदलना पड रही है।
आधा सैकडा पालको ने जताया बिरोध
स्कूल प्रबंधन के बिरूद्ध हुये इस विरोध प्रदर्षन में यह पहला मौका था जव आधा सैकडा से अधिक पालक स्कूल प्रबंधन के विरूद्ध आक्रोषित होकर विरोध करते नजर आये आज के इस विरोध प्रदर्षन में दिनेष लोधी ,हेमेन्द्र कुमार , संतोष राय , बृजेष गुप्ता , श्रीमती ऊषा , रतन , मुकेष खटीक , राकेष तिवारी , मुकेष गुप्ता , अरबिन्द कुचया, रेखा गुप्ता , रूबि गुप्ता , अरबिन्द गेडा, अषोक शर्मा, आरके गुप्ता आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे। प्रदर्षन कर रहे पालको का कहना था कि यदि एक सप्ताह के अन्दर स्कूल की अव्यवस्थाओं में स्थानीय प्रषासन ने कोई सुधार नही कराया तो वह और उग्र आंदोलन करेगे।