जैन संत की आगवानी के लिये श्रद्धालुओं के साथ उमड़े जनप्रतिनिधि

शिवपुरी। शिवपुरी को जैन मुनियों का आशीर्वाद सदा से ही मिलता रहा है और केवल जैन ही नहीं बल्कि सभी समाजों के लोग यहां जैन मुनियों का आदर करते हैं परंतु आज मुनि कुन्थू सागर जी महाराज के आगमन अवसर पर नजारा कुछ अलग भी था। उनके स्वागत में शहर तो आतुर था ही, जनप्रतिनिधि भी भीड़ देखकर जा पहुंचे राजनीति करने।

जैन संत कुन्थू सागर जी की भव्य आगवानी गुना वायपास से श्रद्धालुओं द्वारा की गयी। श्रद्धालुओं ने रंगोली सजा द्वाराचार कर मुनिश्री की भक्तिपूर्वक आरती उतारी। ये शहर और इसके निवासी जैन संत कुन्थू सागर जी का सानिध्य प्राप्त करने के लिए आतुर हो रहा था। यह पूरी तरह से एक धार्मिक आयोजन था और इसमें कहीं किसी प्रकार की मिलावट की गुंजाइश भी नहीं थी परंतु भाजपा के नेताओं ने यहां आकर आयोजन का राजनीति लाभ उठाने का भरपूर प्रयास किया।

कोलारस विधायक देवेन्द्र जैन पत्ते वाले, पोहरी विधायक प्रहलाद भारती एवं नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती रिशिका अनुराग अष्ठाना भी जा पहुंचे मुनिश्री की अगवानी के नाम पर भक्तों को अपना चेहरा दिखाने। विधायक श्री जैन तथा नगर मंडल अध्यक्ष अनुराग अष्ठाना ने गुना वायपास चौराहे पर पाद प्रक्षालन कर मुनिश्री से आशीर्वाद भी ग्रहण किया। 

वैसे इस समय उपरोक्त तीनों को ही आशीर्वाद की खासी जरूरत है। जैन की सल्तनत समापन की ओर है, भारती दूसरी बार पोहरी से भाग्य तो आजमाना चाहते हैं परंतु उन्हें पोहरी का इतिहास भी मालूम है, कहीं कांग्रेस ने किसी नए चैहरे को उतार दिया तो ना केवल प्रहलाद जी की बल्कि यशोधरा राजे सिंधिया की भी शान में दाग लग जाएगा और रही बात रिशिका अष्ठाना की तो वो तो पहली पारी के बाद ही रिटायमेंट की हालत में पहुंच गईं हैं। कार्य तो ऐसे कुछ भी नहीं किए जिसके आधार पर जनता के बीच दोबारा जाएं, बस आर्शीवाद ही है जो पॉलिटिकल करियर बचा सकता है।

अपनेराम जानते हैं मुनीश्री भी अंतर्यामी हैं, उन्होंने भी मन ही मन यही कहा होगा 'यथा कर्म: तथा फल:'