भाजपा को भारी पड़ा सिंधिया विरोध: तीसरे पायदान पर सिमटी

शिवपुरी। मध्यप्रदेश में नगरपालिकाओं के उपचुनाव में चल रही कांग्रेस की विजय यात्रा नरवर में भी जारी रही। यहां कांग्रेस ने भाजपा को जबर्दस्त मात दी है। नरवर के नतीजे कांग्रेस के लिए खुश वाले कम, भाजपा के लिए गम ज्यादा लेकर आए हैं। यहां भाजपा तीसरे नंबर पर रही, वो भी तब जब भाजपा के खिलाफ कांग्रेस से जो प्रत्याशी मैदान में था वो भाजपा से बगावत करके मैदान में उतरा था। 

पीथरमपुर, ओंकारेश्वर और राधौगढ़ के बाद नरवर के नतीजों पर सबकी निगाहें टिकी हुईं थीं और माना जा रहा था कि भाजपा यहां अपना पूरा जोर लगा देगी, लेकिन जो नतीजे सामने आए वो चौंकाने वाले रहे। यहां भाजपा प्रत्याशी, कांग्रेस को फाइट तक नहीं दे पाया और तीसरे पायदार पर सिमटकर रह गया। बीएसपी ने यहां कांग्रेस को टक्कर दी। 

घोषित चुनाव नतीजों के अनुसार कांग्रेस प्रत्याशी मनोज माहेश्वरी को 4698 वोट मिले जबकि बीएसपी के प्रत्याशी गोविंद सिंह कुशवाह 3208 वोटों में सेंध लगाकर दूसरे नंबर पर रहे। सामान्यत: माना जाता है कि जब जब बीएसपी मैदान में आती है, नुक्सान कांग्रेस को ही होता है परंतु यहां उल्टा हुआ और भाजपा को 2226 वोटों पर संतोष करना पड़ा। इससे करारी हार शायद शिवराज शासनकाल में भाजपा की आज तक नहीं हुई थी। 

भाजपा की इस मुंहतोड़ हार के पीछे स्थानीय स्तर पर सिंधिया विरोध बताया जा रहा है। स्थानीय क्षत्रप सिंधिया परिवार भाजपा से अपना प्रत्याशी मैदान में उतारना चाहता था, परंतु कोलारस विधायक देवेन्द्र जैन एवं जिला पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र जैन गोटू ने हाईकमान को जीत का भरोसा दिलाते हुए टिकिट अपने ही स्वजा​तीय बंधु जितेन्द्र जैन को दिला दिया। 

भाजपा के बागी मनोज ने कांग्रेस ज्वाइन की और मनोज की लोकप्रियता को देखते हुए कांग्रेस ने भी उन्हें हाथों हाथ टिकिट ​थमा दिया। कांग्रेस का यही निर्णय उसे नरवर फतह में काम आया। इन नतीजों ने एक बार फिर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर पर हमला करने का अवसर दे दिया है।