महात्मा गांधी कुशल शिल्पी थे : बाल्मिक

शिवपुरी-राष्ट्रपिता महात्मागांधी कुशल शिल्पी थे। वह अपने हाथों से चरखा चलाते थे और सूत काटते थे। इस सूत से देश के लिए कपड़ा बनाया जाता था। उन्होंने हमेशा विदेशी चीजों का बहिष्कार और स्वदेशी चीजों का समर्थन किया था।

उक्त उदगार म.प्र. राज्य कर्मचारी आयोग के सदस्य सुनील बाल्मिक राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त ने विगत दिवस मानस भवन में चल रही हस्तशिल्प प्रदर्शनी के अवलोकन के दौरान कहे। श्री बाल्मिक ने कहा कि कांग्रेस के अध्यक्ष सोनिया गांधी अगर गांधी परिवार की सदस्य हैं तो फिर एफडीआई जैसे विदेशी संसाधनों को लाकर भारत के गृह उद्योग और हस्तशिल्प का अस्तित्व खत्म करना चाहते हैं। 

मानस भवन में इस हस्तशिल्प प्रदर्शनी को देखते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन होते रहना चाहिए और सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हस्तशिल्पियों के प्रति संवेदनशील हैं। स्व.सतीश मेमोरियल शिक्षा समिति ग्वालियर के तत्वाधान में स्क्राफ्ट प्रदर्शनी लगाई गई है। 

इनका उद््देश्य शिल्पियों को एक बेहतर और अच्छा मार्केट उपलब्ध कराना है ताकि वे अपनी कला का सही प्रदर्शन कर सकें। इस अवसर पर श्री बाल्मिक के साथ नंदकिशोर पदम, उप निरीक्षक संपत्तिकर नगर निगम ग्वालियर तथा जुगल किशोर कोडे, समिति सचिव आशा मगोल, नीरज खटीक आदि कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।