नरेन्द्र, प्रभात से यशोधरा के मतभेद फिर उभरे

शिवपुरी/ ग्वालियर संभाग की राजनीति में हमेशा से संगठन से दूर रहकर भाजपा की राजनीति करने वाली ग्वालियर सांसद यशोधरा राजे सिंधिया की एक बार फिर से अपने ही नेताओं से पटरी नहीं बैठ रही है। भाजपा के शिवपुरी जिलाध्यक्ष को लेकर सांसद यशोधरा राजे सिंधिया के अपने ही पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नरेन्द्र सिंह तोमर और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा से खुलकर मतभेद सामने आ गए है।

सूत्र बताते हैं कि नरेन्द्र सिंह तोमर और प्रभात झा शिवपुरी के जिलाध्यक्ष को लेकर रणवीर रावत के नाम पर सहमत हैं तो वहीं दूसरी ओर यशोधरा राजे सिंधिया ने अपने समर्थकों के लिए जरिए अंदरूनी तौर पर रणवीर रावत का विरोध करके मोर्चा खोल दिया है और कुछ नए नाम इस पद के लिए प्रस्तावित किए है। 

शिवपुरी जिलाध्यक्ष के चयन को लेकर यह मतभेद इस कदर बढ़ गए है और जिला स्तर पर खेमेबाजी और गुटबाजी की यह दास्तां भोपाल तक पहुंच गई है। शिवपुरी के भाजपा कार्यालय के भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रभात झा और यशोधरा राजे सिंधिया की एक मंच पर एक साथ मौजूदगी से यह आसार नजर आए थे कि अंचल की भाजपा राजनीति में गुटबाजी को विराम लगेगा और पार्टी में एकता की नई इबारत लिखी जाएगी उसको शिवपुरी भाजपा जिलाध्यक्ष के चयन के मामले ने झटका दे डाला है। 

भूमिपूजन कार्यक्रम के बाद ऐसे आसार थे कि भाजपा में ग्वालियर और शिवपुरी की राजनीति में नई दिशा का संचार होगा। मगर अब यह आसार तार-तार नजर आने लगे है। सूत्रों ने बताया है कि पिछले दिनों शिवपुरी के भाजपा जिलाध्यक्ष की रायशुमारी के दौरान रणवीर रावत का नाम फायनल हो गया था और इस नाम पर नरेन्द्र सिंह तोमर व प्रभात झा भी सहमत थे मगर ग्वालियर सांसद यशोधरा राजे सिंधिया ने अपने कुछ समर्थकों के जरिए अंदरूनी तौर पर इस मामले में बीटो लगा दिया। सूत्रों से पता चला है कि यशोधरा राजे सिंधिया रणवीर रावत के नाम पर सहमत नहीं है और अपने समर्थक को इस पद पर देखना चाहती है। 

यशोधरा राजे खेमे से ओमी गुरू, ओमप्रकाश खटीक और अशोक खण्डेलवाल के नाम लिए जा रहे है। इन नामों पर नरेन्द्र सिंह तोमर व प्रभात झा खेमा तैयार नहीं है। इसी बात को लेकर नरेन्द्र सिंह, प्रभात झा और यशोधरा में मतभेद सामने आ रहे है। पिछले दिनों यशोधरा राजे सिंधिया खेमे से जुड़े कुछ भाजपा विधायकों ने ग्वालियर में पार्टी प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा से मुलाकात कर शिकवे शिकायतें जड़ी, तभी प्रभात झा ने यशोधरा समर्थक विधायकों को जमकर फटकार लगाई और अप्रत्यक्ष तौर पर प्रभात झा ने यशोधरा के बारे में भी इन विधायकों के समक्ष टीका-टिप्पणी की। सूत्र बताते हैं कि संगठन के इन तीन बड़े नेताओं में मतभेद और खुन्नस की बात निचले स्तर पर भी पार्टी नेताओं के बीच  दिखने लगी है। इसका असर सन् 2013 के विधानसभा चुनावों में पार्टी के लिए घातक साबित हो सकता है अब देखना यह है कि शिवपुरी के भाजपा जिलाध्यक्ष के चयन को लेकर इन तीनों नेताओं में गहराए मतभेद कहां जाकर शांत होते है?

यशोधरा ने भरी थी हुंकार


शिवपुरी में भाजपा कार्यालय के भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान नरेन्द्र सिंह तोमर और प्रभात झा की मौजूदगी के दौरान ग्वालियर सांसद यशोधरा राजे सिंधिया ने ग्वालियर अंचल की राजनीति में एकता को बढ़ावा देने की बात पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही थी मगर यशोधरा राजे सिंधिया की यह हुंकार ज्यादा दिन नहीं टिक सकी। शिवपुरी जिलाध्यक्ष के चयन को लेकर एकता का यह फार्मूला तार-तार हो गया है। इस भूमिपूजन के मंच से यशोधरा ने साफ कहा था कि शिवपुरी-गुना संसदीय क्षेत्र की आठ सीटों को भाजपा के लिए जीतना है मगर अभी से जो मतभेद सामने आए है उसका असर आगामी विधानसभा चुनावों में दिखता साफ नजर आ रहा है।