थाना के सामने आदिवासियों को धमकाया, दी अश्लील गालियां

शिवपुरी-जिले के सुरवाया सेक्टर में नशा मुक्त होने के बाद अपने हकों के लिए सक्रिय हुए आदिवासी समुदायों के युवकों और महिलाओं की जान पर बन आई है। अपने हकों की लड़ाई को लेकर आदिवासियों को दबंगों द्वारा मारपीट और धमकाए जाने का गम्भीर घटनाक्रम सामने आया है। इस मामले में दबंगों के कहर की रिपोर्ट दर्ज कराने गई एक महिला को थाना परिसर में पुलिस के समक्ष ही दबंगों द्वारा अश्लील गालियाँ देने और मारपीट करने का घटनाक्रम भी सामने आया है।

इस पूरे मामले में सुरवाया पुलिस की असुनवाई के चलते आदिवासी समुदाय के महिला व पुरुष अपने आप को असुरक्षित सा महसूस कर रहे हैं वहीं दबंगों के हौसले पूरी तरह बुलंद हैं।

उल्लेखनीय है कि सुरवाया थाना क्षेत्र के जगदीश पुत्र खैरू सहरिया निवासी दादौल की दादौल क्षेत्र में जमीन है इस जमीन पर सुरजन सरदार, अर्जुन सरदार पुत्रगण कशमीरा सरदारा द्वारा लाठी के जोर पर कब्जा कर लिया गया है। दादौल निवासी राजेशखन्ना आदिवासी की बूढ़ी बरौद स्थित जमीन को बहादुर पुत्र हटेसिंह गुर्जर द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है वहीं दादौल के ही निवासी चिन्टू आदिवासी पुत्र कंगलिया आदिवासी की डबिया में सर्वे क्रमांक 276, 503, 103 जमीन को दबंग पुरुषोत्तम गुर्जर द्वारा कब्जा  लिया गया है। 

ठीक इसी प्रकार रामलखन पुत्र वचनू सहरिया निवासी दादौल और बांके सहरिया पुत्र लोहरे सहरिया की वीरपुर स्थित जमीन को दबंग गुर्जर समुदाय के युवक उदय और सुलभान द्वारा अवैध रूप से कब्जाए जाने के मामलों को नशा मुक्त हुए आदिवासी समुदाय के युवकों द्वारा अपनी जमीनों को दबंगों के कब्जे मुक्त कराने के लिए एक लिखित शिकायत कलेक्टर आर.के. जैन सहित प्रशासन के अधिकारियों को सौंपा था। 

मामले की गम्भीरता को भांपते हुए कलेक्टर श्री जैन ने दबंग सुरजन सरदार पुत्र काशमीरा सरदार सहित अन्य सभी को नोटिस जारी कर आदिवासियों के कब्जे को हटाने की बात कही थी। शासन द्वारा नोटिस मिलने के बाद तैश खाकर सरदार लामबंद हो गए। बीते रोज आदिवासी समुदाय के युवक संतोष, बसंत, दिलीप, राजेन्द्र, विनोद, मंगल, जगदीश, मेहरबान, बंटी, स्वदेश, कल्लू, विजयसिंह, रामनिवास जाति आदिवासी निवासीगण दादौल गाँव में बैठे थे उसी समय सुरजान सरदार अपने आधा दर्जन साथियों के साथ आया और इन सभी आदिवासी समुदाय के युवकों को अश्लील गालियां देते हुए धमकाया कि जमीनों के बारे में समाचार कैसे निकलवाया, मैं देखता हूं तुम्हारी जमीनें कौन मुक्त करा पायेगा। 

अगर अगर आगे कोई कार्यवाही करने की कोशिश की तो अपनी जान से हाथ धो बैठोगे। तुमने जो संगठन बनाया है उस संगठन का कोई भी व्यक्ति यदि अकेला मिला तो मैं उसे नहीं छोडूंगा। इसी ग्राम की निवासी शांति पत्नि मेहरबान आदिवासी को भी इन दबंगों द्वारा धमकाकर ये सभी मौके से फरार हो लिये।

आईजी,डीआईजी व कलेक्टर ने दिलाई थी नशा मुक्ति का संकल्प 


इस घटना का चौंकाने वाला पहलू यह है कि जिन आदिवासियों को कुछ दिन पहले डीआईजी हरिसिंह यादव व पुलिस अधीक्षक आर.पी.सिंह सहित कलेक्टर आर.के.जैन द्वारा नशामुक्ति की शपथ दिलाने व उन्हें अपने हक की लड़ाई लडऩे हेतु सक्रिय किया था, वही आदिवासी समुदाय के लोग जब दबंगों द्वारा बरपाये कहर की शिकायत करने सुरवाया थाना पहुँचे तो यहाँ पर उनकी सुनवाई न करते हुए उल्टा उन्हें ही सुरवाया पुलिस द्वारा हड़काकर उल्टे पैर वापस लौटा दिया।

इनका कहना है-

आज मैं मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में व्यस्त था अगर ऐसा कुछ हुआ तो मुझे पता नहीं फिर भी मंै इस मामले को दिखवाता हॅं।

आर.पी. सिंह
पुलिस अधीक्षक, शिवपुरी
Tags

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!