तुम मुझे खुश कर दो, मैं मामला खतम करवा दूंगा, और फिर....

एसपी का ऐजेन्ट आशा कार्यकर्ता से बोला

शिवपुरी। पुलिसिया भय के चलते एक आशा कार्यकर्ता को अपनी आबरू से उस वक्त गुजरना पड़ा जब उसके पति और ससुर पर लगे केस को वापस कराने झांसा एक युवक ने दिया और कहा कि मेरी पुलिस में बड़ेे अधिकारियों तक पहुंच और मैं तुम्हारे पति शिवराम जाटव तथा ससुर गोकलिया पर जो आपराधिक मामला दर्ज है वह समाप्त करा दूंगा यह झांसा देकर युवक नरेन्द्र यादव निवासी इंदार ने आशा कार्यकर्ता रोशनी (परिवर्तित नाम) को अपनी हवस का शिकार बनाया।

इसके बाद फिर झांसा दिया कि एक बार और मेरी इच्छा को पूरा करना होगा तब तुम्हारे पति और ससुर गिरफ्तारी से बचेंंगे। परंतु अब आशा कार्यकर्ता उसके झांसे में नहीं आई और अपने ससुर के साथ हरिजन थाने में पहुंचकर आरोपी के विरूद्ध बलात्कार का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने जांच के पश्चात आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। युवक अपने आपको पत्रकार बताता है जबकि जनसंपर्क कार्यालय शिवपुरी ने पुलिस को बताया कि नरेन्द्र सिंह यादव नामक कोई अधिमान्य पत्रकार शिवपुरी में नहीं है।

इंदार थाना क्षेत्र के मेघोना बड़ा निवासी रोशनी जाटव उम्र 26 वर्ष आंगनवाड़ी कार्यकर्ता है। 9 अप्रैल को उसके ससुर गोकलिया जाटव और हरवीर -किशन के बीच किसी बात पर झगड़ा हो गया था। पुलिस में इस मामले में दोनो पक्षों के विरूद्ध अदम चैक काटी गई। अदम चैक में पुलिस मामले का सीधा संज्ञान करने में सक्षम नहीं है। इस मामले में हस्तक्षेप सिर्फ न्यायालय में जाकर ही प्राप्त किया जा सकता है। लेकिन गोकलिया और उसकी बहु रोशनी को इसकी जानकारी नहीं थी।

उन्हें बताया गया था कि इस मामले में गोकलिया और शिवराम जाटव (रोशनी का पति) के विरूद्ध गंभीर मामला कायम किया गया है और पुलिस कभी भी उनकी गिरफ्तारी कर सकती है। इसी से भयभीत होकर गोकलिया नरेन्द्र यादव के पास पहुंचा और उससे कहा कि वह अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर उन पर दर्ज मामले को समाप्त करा दे। इस नरेन्द्र यादव मेघोना बड़ा आया जहां रोशनी को देखकर उसकी नियत खराब हो गई और उसने उसे अपनी हवस का शिकार बनाने की रणनीति बनाते हुए कहा कि एसपी आरपी सिंह से उसकी मित्रता है तथा वह चुटकी में इस मामले को खत्म करवा देगा।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि उसने रोशनी से कहा कि एसपी साहब खतौरा में मेरे घर आएं है वहां चलकर उनसे मिलना होगा। यह झांसा देकर वह महिला को खतौरा ले आया। जहां महिमा को उसके पति तथा ससुर पर प्रकरण खत्म कराने का लालच देकर उसके साथ बलात्कार किया। पति और ससुर की सलामती तथा परिवार की इज्जत का ध्यान रखकर रोशनी चुप रही। इसे नरेन्द्र ने उसकी सहमति समझा और वह पुन: सात आठ दिन बाद आया और कहा कि मामला अभी समाप्त नहीं हुआ है। तुम्हें एक बार और मेरे साथ चलना होगा। यह सुनकर रोशनी समझ गई कि उसे ब्लैकमेल किया जा रहा है । इस पर उसने अपने पति तथा ससुर को पूरी घटना बता दी और फिर हरिजन थाने में जाकर आरोपी के विरूद्ध मामला दर्ज करा दिया। आरोपी नरेन्द्र यादव को भादवि की धारा 376 और 506 बी एवं 3(2)5,3 (1) 12 एससीएसटी एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया गया।