शिवपुरी के पुनीत कुमार दिल्ली में सम्मानित

शिवपुरी। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के स्थापना दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के डीआरडीओ भवन में एक गरिमामय आयोजन में नगर के पीजी कॉलेज में कार्यरत प्रोफेसर पुनीत कुमार को केन्द्रीय कानून एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने स मानित किया। 

सम्मान के बतौर उन्हें छह हजार रूपए की नगद राशि, स्मृति चिन्ह और एक प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व प्रधान न्यायाधीश एचएल दत्तू खास तौर से मौजूद थे। दत्तू फिलवक्त राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष हैं। कार्यक्रम में कई पूर्व न्यायाधीशों के अलावा राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के महासचिव डॉ. एसएन मोहंती भी मौजूद थे। 

गौरतलब है कि राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग हिंदी भाषा में मानव अधिकार पर केन्द्रित लेखन को बढ़ावा देने के लिए हर साल राष्ट्रीय स्तर पर एक निबंध प्रतियोगिता करवाता है। ये प्रतियोगिता मानवाधिकारों से जुड़े अलग-अलग विषयों पर केन्द्रित रहती है। इस साल निबंध प्रतियोगिता का विषय ‘आधी आबादी के अस्तित्व का संकट तथा मानव अधिकार’ था। इस प्रतियोगिता में प्रोफेसर पुनीत कुमार का निबंध तीन सर्वश्रेष्ठ निबंधों में से एक रहा। 

प्रोफेसर पुनीत कुमार को राष्ट्रीय स्तर पर मिलने वाला यह पहला पुरस्कार है। इससे पहले साल 2012 में वे मध्य प्रदेश विधानसभा सचिवालय द्वारा आयोजित एक प्रतियोगिता में भारतीय संविधान पर केन्द्रित अपनी पांडुलिपी के लिए भी पुरस्कृत हो चुके हैं। 

इस प्रतियोगिता में वे दूसरे स्थान पर रहे थे और उन्हें मध्य प्रदेश विधानसभा के तत्कालीन अध्यक्ष ईश्वरदास रोहिणी ने तीस हजार रूपए की नगद राशि, स्मृति चिन्ह और एक प्रशस्ति पत्र प्रदान कर स मानित किया था। प्रोफेसर पुनीत कुमार की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर उनके दोस्त प्रमोद भार्गव, जाहिद खान, ओमप्रकाश शर्मा, जफर खान, राकेश टंडन, रहीम खान, प्रोफेसर गजेन्द्र सक्सेना, विनय प्रकाश जैन आदि ने बधाई दी है।