...क्या सो गए है सिंधियानिष्ठ, शिवपुरी से जा रहा मेडीकल और एनटीपीसी कॉलेज

शिवपुरी। ऐसा क्या है कि सिंधियानिष्ठों की निष्ठा कहीं निष्ठुर तो नहीं हो गई, लगता तो ऐसा ही है, एक ओर जहां शिवपुरी के मेडीकल कॉलेज के जाने की खबर से ही पूरे प्रदेश में हल्ला मचा है तो वहीं अब एक ओर सिंधियानिष्ठों को बुरी खबर है कि अब सिंधिया द्वारा ही भूमिपूजन हुए एनटीपीसी कॉलेज को भी शिवपुरी से स्थानांतरित कर सिंगरौली भेजा जा रहा है।

पूर्व केन्द्रीय मंत्री के सिंधियानिष्ठ क्या ऐसे हालातों में सो गए है जो यह हालात उन्हें नजर नहीं आ रहे। जन-जन की पहचान के रूप में मेडीकल कॉलेज एक अमिट पहचान बनती लेकिन अब जब यह मेडीकल दूर जा रहा है तो कहीं कोई हो-हल्ला नहीं। जबकि ऐसा ही मामला प्रदेश के छिंदबाड़ा जिला में मेडीकल कॉलेज के जाने की खबर से ही वहां कांग्रेसियों ने अपनी निष्ठाऐं जताकर जनता का समर्थन हासिल किया।

पूरा छिंदबाड़ा जिला बंद रहा और नागरिकों से इसे अपना समर्थन दिया। क्या इस तरह का प्रदर्शन शिवपुरी में नहीं होना था, महज कागजी ज्ञापन सौंपकर कांग्रेसियों ने इतिश्री कर अपने हथियार डाल दिए। ऐसा प्रतीत हो रहा है अब तक तो एक ही कॉलेज के जाने की सूचना थी लेकिन अब मप्र की सरकार द्वारा सिंधिया द्वारा लाए गए एनटीपीसी कॉलेज को भी स्थानांतरित किया जा रहा है।

चर्चा है कि अब यह कॉलेज सिंगरौली जाएगा और इसे रोकने वाला भी कोई नजर नहीं आ रहा। आखिर कांग्रेसियों क्यों सिंधिया की इस ऐतिहासिक विरासत को संभालने में पीछे हो रहे है यह सवाल अब हर आमजन के बीच चर्चा का विषय बन चुका है।

एक ओर जहां मेडीकल कॉलेज को बचाने कई समाजसेवी संस्थाऐं और छात्र आन्दोलन करने को आन्दोलित हुए जिसमें सोशल बेबसाईटों के माध्यम से इस अभियान को गति प्रदान की गई। तो वहीं कांग्रेसियों द्वारा केवल ज्ञापन सौंपकर इस पूरे मामले को ही ठण्डा कर दिया गया। अब ऐसे में एनटीपीसी कॉलेज जाने पर क्या कांग्रेसी इसे बचा पाऐंगें, इसकी संभावना भी कम ही नजर आ रही है।

सिंधिया खुलकर विरोध दर्ज कराऐं : एड.पीयूष शर्मा

शिवपुरी से मेडीकल कॉलेज और एनटीपीसी कॉलेज के स्थानांतरित होने की सूचना पर शहर के वरिष्ठ एडवोकेट पीयूष शर्मा ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। एड.पीयूष का कहना है कि यह कैसा विकास, यह कैसे विकास पुरूष जो स्वयं की योजनाओं को मंजूर कराने के बाद अब इनकी ओर देख भी नहीं रहे, बात हो रही है मेडीकल और एनटीपीसी कॉलेज के जाने की, क्या यह जानकारी स्वयं सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को नहीं है, यदि है तो वह क्यों चुप है, उन्हें सामने आकर अपना वक्तव्य देना चाहिए।

एड.पीयूष ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि यह सब योजनाऐं जनहित में कराकर तत्समय श्री सिंधिया ने मतदाताओं के साथ धोखे की राजनीति की है क्योंकि जिस समय यह घोषणाऐं हुई उस समय लोकसभा चुनाव सिर पर थे और इन योजनाओं की मंजूरी से यह संदेश जाना था कि श्री सिंधिया अंचलवासियों की कितनी फिक्र करते है और इन योजनाओं का लाकर वह मतदाताओं के दिलों में बसना चाहते थे, हालांकि श्री सिंधिया ने लोकसभा में विजयश्री पा ली हो लेकिन अब उनके प्रयास असफल क्यों हो रहे है, यह स्वयं सिंधिया को सामने आकर साफ करना चाहिए।

एड.पीयूष ने कहा कि जनता आन्दोलित होने का मूड बना रही है, छात्र इस मेडीकल को अपने भविष्य से जोड़कर देख रहे है, मेडीकल में प्रशिक्षण प्राप्त कर देश का नामी इंजीनियर बनने का बाब कई छात्रों ने पाल रखा है, ऐसे में  इन योजनाओं के क्रियान्वित होने से यह सब पूरा भी होता, लेकिन अब शिवपुरी से जहां मेडीकल कॉलेज के जाने की तैयारी है तो वहीं एनटीपीसी कॉलेज को भी सिंगरौनी भेजा जा रहा है। इस पूरे मामले में श्री सिंधिया का चुप्पी साधना कहीं ना कही प्रलोभन की राजनीति की ओर इशारा कर रहा है।