क्या जमीन बेचकर कराएं सम्मेलन, पार्टी के कार्यकर्ता है किसी के बंधुआ नही

शिवपुरी। लोकसभा चुनावो को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी के बैनर तले आयोजित बैठक में जमकर हंगामा हुआ। कार्यकर्ताओ ने पर्यवेक्षको केे सामने ही अपनी भडास निकाली। कार्यकर्ताओ के हंगामे के चलते बैठक में लोकसभा चुनाव की तैयारियो को लेकर कोई रायशुमारी नही हो पाई।

सूत्रों की माने तो इस बैठक में जैसे हीपर्यवेक्षक रमेशचन्द्र अग्रवाल ने लोकसभा के चुनावों की तैयारियो को लेकर अपनी बात कहना शुरू ही किया था, पूरी बैठक हंगामे में बदल गई जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री प्रकाश शर्मा ने कहा कि पार्टी द्वारा कार्यकर्ताओ को लोकसभा चुनावो को लेकर एकजुट होकर काम करने की नसीहत दी जा रही है लेकिन उनका दर्द कोई नही जानना चाह रहा है उन्होने तीखे शब्दों में आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी केवल 5 या 7 नेताओ में सिमट कर रही गई है। उन्ही नेताओ को मंच और टिकिट मिलता है ऐसे मेें कार्यकर्ताओ का मनोबल कैसे स्थिर रह सकता है।

प्रत्यक्षदर्शियो के अनुसार बैठक के दौरान कांग्रेस नेता भद्दन खान अपने क्रोध को काबू में नही रख पाए उन्होने भडकते हुए कहा कि पार्टी मेें अल्पसंख्यक वर्ग के लिए कोई जगह नही है और उनसे चुनावो में लाईन लगाकर कांग्रेस को वोट देने की बात कही जाती है। हकीकत यह की चुनावो के समय ही पार्टी को अल्पसंख्यको की याद आती है ना ही उन्है टिकिट मिलता है और ना ही कोई जबावदारी। पार्टी की नजर मे अल्पसंख्यक केवल वोट करने की मशीन है।

बैठक मेें लोकसभा चुनावो को लेकर अलग-अलग वर्गो के सम्मेलन कराने की बात आई तो ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष भरत यादव विफर पड़े उन्होने कहा कि पार्टी की ओर से सम्मेलनो के लिए धन का कोई प्रबंध नही कराया जाता ऐसे मेें वे कैसे सम्मेलन आयोजित करगें। उन्होने कटाक्ष करने हुुए कहा कि एकाध सम्मेलन तो खेत बेचकर करा सकते है। तो आगे क्या करेगें...?

इस पुरी बैठक मे कांग्रेस के पर्यवेक्षक रमेशचन्द्र अग्रवाल कार्यकर्ताओ को इस बैठक का ऐजेन्डा बताते हुए नजर आये परन्तु कार्यकर्ता तो विधानसभा चुनावो को लेकर ही अपनी भंडास निकालने में ही रहै।