प्रचार के आखरी दिन औपचारिकता पूरी कर गए वीरेन्द्र रघुवंशी

शिवपुरी। चुनाव प्रचार के आखरी दिन आज वीरेन्द्र रघुवंशी वोट मांगने की औपचारिकता पूरी कर गए। वो हाथ जोड़कर कुछ कांग्रेसियों के साथ शहर में निकले और मीठी मीठी बातें करके वापस हो लिए।

सनद रहे कि सिंधिया समर्थक वीरेन्द्र रघुवंशी को यशोधरा राजे सिंधिया के सामने शुरू से ही डमी प्रत्याशी माना जा रहा था परंतु वीरेन्द्र रघुवंशी ने शहर के कई नागरिकों, विशेष रूप से सिंधिया विरोधियों को एसएमएस करके कहा था कि वो डमी नहीं होंगे।

टिकिट मिलने के बाद जब चुनाव प्रचार का समय आया तो वीरेन्द्र रघुवंशी तत्काल एक कदम पीछे हो गए। वो हर सुबह घर से जनसंपर्क के लिए निकले, लोगों से मिले भी, लेकिन ना तो अपने लिए दमदारी से वोट मांगा और ना ही एक भी ऐसा कदम उठाया जो भाजपा प्रत्याशी यशोधरा राजे सिंधिया को नुक्सान पहुंचा सकता था।

मजेदार बात तो यह है कि भाजपा प्रत्याशी यशोधरा राजे सिंधिया के पुत्र अक्षय भंसाली ने कई बार आचार संहिता का उल्लंघन किया परंतु कांग्रेस की ओर से एक सादा कागज पर शिकायत तक नहीं की गई। बीरेन्द्र रघुवंशी हर मामले में बस चुप ही बने रहे। कई बार तो लोग भ्रमित भी हुए कि जनसंपर्क के लिए निकले वीरेन्द्र रघुवंशी हाथ जोड़कर चुपचाप क्या इशारा कर रहे हैं ? मुझे वोट देना या मुझे वोट मत देना।

लोग समझदार हैं, सब जानते हैं।