मंगलम कार्यकारिणी में सचिव के अलावा अन्य पदों पर नए चेहरे निर्वाचित

शिवपुरी। समाजसेवी संस्था मंगलम् की कार्यकारिणी में बड़ा बदलाव हुआ है। निवर्तमान सचिव राजेन्द्र मजेजी को छोड़ दें तो अन्य सभी पदों पर नए चेहरे निर्वाचित हुए हैं। अकेले राजेन्द्र मजेजी का निर्वाचन निर्विरोध हुआ है जबकि उपाध्यक्ष, सहसचिव और कोषाध्यक्ष के 7 पदों पर मतदान से फैसला हुआ।

चुनाव में अजय खेमरिया और राकेश गुप्ता पैनल के उम्मीदवारों का दबदबा रहा है। उनके पैनल के सभी उम्मीद्वार निर्वाचित हुए। उपाध्यक्ष पद पर राकेश गुप्ता, अशोक कोचेटा, भानूप्रताप सिंह तोमर, सहसचिव पद पर जिनेश जैन, हरिओम अग्रवाल एवं दीपक गोयल तथा कोषाध्यक्ष पद पर मुकेश गोयल निर्वाचित हुए। 

जबकि उपाध्यक्ष पद पर प्रमोद गर्ग, अजीत जैन, विष्णु जैमिनी, सहसचिव पद पर जीतू रघुवंशी, रमेश जैन, मेहताब सिंह तोमर एवं कोषाध्यक्ष पद पर निवर्तमान कोषाध्यक्ष रामशरण अग्रवाल को पराजय मिली। विजयी पदाधिकारियों को निर्वाचन अधिकारी अतिरिक्त कलेक्टर डीके जैन सहित मंगलम् के सभी संचालकों ने हार्दिक बधाईयां देते हुए उनसे अपेक्षा की है कि वह संस्था को निरंतर उन्नति की ओर अग्रसर करें। 


मंगलम् संस्था के चुनाव अभी तक निर्विरोध होते रहे हैं। इस बार भी निर्विरोध निर्वाचन की आखिरी समय तक कोशिश की गई, लेकिन परिणाम कुछ नहीं निकला। निर्वाचित 23 संचालकों और एक मनोनीत संचालक राजेन्द्र मजेजी सहित 24 संचालकों में अधिसंख्यक अजय खेमरिया और राकेश गुप्ता खेमे के थे। सचिव राजेन्द्र मजेजी का सुझाव था कि उनके अतिरिक्त शेष सभी पदाधिकारियों के स्थान पर नई टीम बनाई जाए। लेकिन उनके सुझाव को पहले समर्थन नहीं मिला। 

राकेश गुप्ता निवर्तमान उपाध्यक्ष प्रमोद गर्ग को बनाए रखने के पक्ष में थे। लेकिन श्री गर्ग चाहते थे कि उनके अलावा कोषाध्यक्ष रामशरण अग्रवाल का नाम भी पैनल में शामिल किया जाए। इस सुझाव पर अजय खेमरिया ने बीटो लगा दिया और श्री गर्ग के समक्ष शर्त रखी कि उनमें से या रामशरण अग्रवाल में से किसी एक को पैनल में शामिल किया जाएगा और दूसरा उम्मीदवारी से अपना नाम वापिस ले लेगा। लेकिन इस शर्त पर श्री अग्रवाल और श्री गर्ग ने सहमति व्यक्त नहीं की। परिणाम यह हुआ कि निवर्तमान उपाध्यक्ष प्रमोद गर्ग का नाम पैनल से अलग कर दिया गया और नई पैनल में उपाध्यक्ष पद पर राकेश गुप्ता, अशोक कोचेटा, भानूप्रताप सिंह तोमर, सहसचिव पद पर जिनेश जैन, हरिओम अग्रवाल, दीपक गोयल एवं कोषाध्यक्ष पद पर मुकेश गोयल का नाम शामिल किया गया।

इस पैनल को जिताने का तानाबाना अजय खेमरिया ने बुना। जिन्होंने स्वयं चुनाव न लड़ते हुए जीतने की रणनीति तय की। इस रणनीति के तहत अंतिम क्षणों में प्रमोद गर्ग का नाम पैनल से हटाया गया। कोषाध्यक्ष पद पर दीपक गोयल के स्थान पर मुकेश गोयल का नाम तय किया गया तथा दीपक गोयल का नाम सहसचिव पद पर पैनल में रखा गया। श्री खेमरिया ने अपने स्थान पर जिनेश जैन का नाम पैनल में शामिल किया। उपाध्यक्ष पद की पैनल देखकर प्रमोद गर्ग सकते में आ गए और उन्होंने पूछा कि चार का नाम पैनल में क्यों शामिल किया गया है? इस पर उन पर दबाव डाला गया कि या तो वह स्वयं हट जाएं अथवा रामशरण अग्रवाल को हटने के लिए कहें। काफी समय तक समझौता वार्ता चली, लेकिन परिणाम कुछ नहीं निकला। 

सचिव पद के लिए कोई विवाद नहीं था। इसलिए सबसे पहले राजेन्द्र मजेजी के निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा की गई। रात 10:30 बजे मतपत्रों की गणना के पश्चात निर्वाचन अधिकारी डीके जैन ने चुनाव परिणाम की घोषणा की। उपाध्यक्ष पद के लिए राकेश गुप्ता को 13, अशोक कोचेटा को 12, भानुप्रताप सिंह तोमर को 11, अजीत जैन को 8, प्रमोद गर्ग को 7 और विष्णु जैमिनी को 6 मत प्राप्त हुए। प्रथम तीन उम्मीदवारों को उपाध्यक्ष पद पर निर्वाचित घोषित किया गया। सहसचिव पद पर जिनेश जैन और हरिओम अग्रवाल को 15-15, दीपक गोयल को 11, जीतू रघुवंशी और मेहताब सिंह तोमर को 8-8 तथा निवर्तमान सहसचिव रमेश जैन को चार मत मिले। कोषाध्यक्ष पद पर विजयी मुकेश गोयल ने 14 मत प्राप्त किए। जबकि रामशरण अग्रवाल को सात मत मिले। कुल 21 संचालकों ने मतदान किया।