मंदिर के नाम पर सरकारी जमीन पर कब्जा, एसपी बेबस

शिवपुरी-ये देखो अब तो शहर के बाबा भक्ति तो दूर बल्कि मंदिर बनाने की आड़ में शासकीय भूमियों को कब्जाने की आड़ में अपना गोरखधंधा शुरू कर रहे है। शहर में भी एक ऐसा ही बाबा करौंदी क्षेत्र में बीते कई वर्षों से यह गोरखधंधा बेरोकटोक कर रहा है। जनमानस के बीच धार्मिक भावनाओं को बनाकर यहां सरेआम शासकीय भूमियों के बड़े-बड़े भूखण्डों पर बाउण्ड्री व चबूतरे बनाकर अतिक्रमण किया जा रहा है।

बीते रोज इस बाबा की स्थानीय करौंदीवासियों से इसी अतिक्रमण को लेकर नोंक झोंक हो गई तो बाबा उखड़ गया और उसने बाबा की ओट का सहारा लेकर पुलिस अधीक्षक से इस मामले में करौंदीवासियेंा के विरूद्ध ही प्रकरण पंजीबद्ध कराने की मांग करने लगा। जब पुलिस अधीक्षक को इस बाबा के बारे में इसके क्रियाकलापों के बारे में जानकारी लगी तो उन्होंने बाबा सहित बाबा के साथ अन्य 4० लोगों को अपने निवास से खदेड़ा और जब यहां से बाबा अपने साथियों के साथ हटा तो पोहरी वायपास पर जाम लगा दिया। जिस पर खबर लगते ही एसपी ने तुरंत बल भेजा और बाबा सहित उसके दर्जनों साथियों के विरू द्ध धारा 341,147 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कराया। यहां बता दें यह वही बाबा है जिसने कुछ समय पूर्व एक पत्रकार पर जानलेवा हमला बोला था जहां पत्रकार साथी की बुरी तरह से पिटाई कर यह बाबा खुलेआम लोहे के घातक हथियार लेकर नगर में विचरण करता रहता है। 

करौंदी क्षेत्र में भूमाफियाओं ने जिस तरह जमीनों को घेरने का क्रम चल रहा है। वहीं विवादों में घिरे एक बाबा अवधेशानंद ने भी करीब 4 बीघा जमीन पर कब्जा कर वहां पर अस्थाई मंदिरों का निर्माण कर लिया है और वहां रहने वाले आदिवासियों की जमीन को भी घेरने का सिलसिला जारी है। पिछले कुछ समय पहले एक पत्रकार की जमीन पर भी इस बाबा द्वारा कब्जा करने की कोशिश की गई। लेकिन विरोध इतना बढ़ गया कि उक्त बाबा ने अपने साथियों के साथ मिलकर उस पत्रकार की बेरहमी से मारपीट कर दी। उसके बाद उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई जिससे उसके हौसले और बुलंद हो गए। कल जब बाबा अवधेशानंद का विवाद उसी जमीन को लेकर वहां के  रहवासियों को गया तो वह अपने साथ हुई मारपीट की रिपोर्ट लिखाने के लिए थाने में पहुंचा। लेकिन उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी गई। इसके बाद वह अपने करीब आधा सैकड़ा समर्थकों के  साथ एसपी के बंगले पर पहुंच गया और बंगले का घेराव कर डाला। जब पुलिस ने इन्हें वहां से खदेड़ा तो उसने पोहरी बाईपास पर जाम लगा दिया। यह घटना रात्रि करीब साढ़े आठ बजे के आस-पास घटित हुई। जब दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई तो पुलिस ने बलपूर्वक वहां से खदेड़ दिया और हाईवे जाम करने वाले बाबा अवधेशानंद सहित उसके साथ आए करीब 40 अज्ञात लोगों पर धारा 341, 147 के तहत मामला दर्ज कर लिया। 
एसपी आरपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि कल रात्रि करीब आठ बजे बाबा अवधेशानंद करौंदी क्षेत्र के कुछ लोगों पर मारपीट का झूठा मामला दर्ज कराने के लिए थाने पहुंचा, लेकिन थाने में उसकी शिकायत दर्ज नहीं की तो वह मेरी कोठी पर करीब आधा सैकड़ा लोगों को लेकर आ गया और मुझ पर शिकायत दर्ज कराने का दवाब बनाने लगा। लेकिन मैंने जब उसे जांच के बाद मामला दर्ज करने की बात कही तो वह मुझ पर दवाब बनाने के लिए पोहरी हाईवे पर अपने समर्थकों के साथ चक्काजाम करने बैठ गया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया और आरोपी बाबा सहित 40 लोगों पर हाईवे जाम करने पर मामला दर्ज कर लिया। श्री सिंह ने बताया कि आरोपी अवधेशानंद ने करौंदी क्षेत्र की वेसकीमती जमीन पर अपना कब्जा कर लिया है और इसी कब्जे को लेकर पूर्व में भी यह बाबा एक पत्रकार निर्ममता से मारपीट भी कर चुका है। जिसके खिलाफ थाने में मामला भी दर्ज है और इसकी कई शिकायतें भी हमें प्राप्त हुई हैं। इन्हीं शिकायतों के आधार पर हम इस बाबा के द्वारा वेसकीमती जमीन पर किए गए अतिक्रमण को तुरंत हटाने की कार्रवाई करेंगे। जानकारी के अनुसार करौंदी क्षेत्र में कई आदिवासियों की जमीन पर यह बाबा  कब्जा कर चुका है और उसने अपने दबंगताई के कारण वहां के कई आदिवासियों को बेघर कर दिया है। करीब चार बीघा जमीन पर अवधेशानंद ने कई मूर्तियां स्थापित कर जमीन को मंदिरों की आड़ में घेरने का यह गौरख धंधा शुरू किया है। जिसकी शिकायते कई बार करौंदी क्षेत्र के वाशिंदों ने की, लेकिन उस पर अभी तक कोई ऐसी दण्डात्मक कार्रवाई नहीं हुई जिससे कि उसके हौसले पस्त हो सकें।