जेल में हुआ सुन्दरकाण्ड से भक्ति में झूमे श्रोता


शिवपुरी-जीवन में हमेशा अच्छे आदर्शों को चुना और उसी पर अमल करो, समुद्र को देखा ना कि उसकी लहरो, उठो जागो और  तब तक ना रूको जब तक मंजिल प्राप्त ना कर लो, इन्हीं पंक्तियों को हमेशा जीवन में लेकर चलने वाले स्वामी विवेकानन्द युवाओं के प्रेरणास्त्रोत है उन्होंने अपने वक्तव्य से यूरोप में भारत देश का परचम फहराकर भारत को गौरव प्रदान किया था उनके पदचिह्नों पर चलेंगे तो हम भी अपनी मंजिल को पा सकेंगें।


यह उद्बोधन दिए उपजेल के जेलर व्ही.एस.मौर्य ने जो स्थानीय उपजेल शिवपुरी में स्वामी विवेकानन्द की 150वीं जयंती के अवसर पर कैदियों को स्वामी विवेकानन्द के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान कर रहे थे। इस मौके पर कैदियों को धर्मज्ञान व अपने आचरण में बुराईयों को दूर अच्छाईयों का समावेश करें इसके लिए उपजेल परिसर में स्वामी विवेकानन्द जयंती पर संगीतमय सुन्दरकाण्ड का आयोजन किया गया। जहां सुन्दरकाण्ड की सुमधुर पंक्तियों पर कैदियों भक्ति में झूमते नजर आए। उपजेल के जेलर श्री मौर्य ने जैसे ही स्वामी विवेकानन्द के जीवन को अपना आदर्श बनाने का आग्रह किया वैसे ही कैदियों ने अपने जीवन में बुराईयों व क्रोध को त्यागर अच्छाईयों का समावेश करने का संकल्प लिया। 

उपजेल में आयोजित सुन्दरकाण्ड में मंगलम् के सचिव रमेश जैन, उपजेल चिकित्सक डॉ.एच.एस.शर्मा, अशोक शर्मा ऐंचबाड़ा, नगर कैप्टन लल्ला परिहार, विजय परिहार, जिपं से उमेश शर्मा, मुरारी लाल शर्मा, मुख्य प्रहरी गजराज, रामवीर चकवा, शैलेन्द्र, मुख्य प्रहरी गुरूचरण शर्मा आदि सहित जेल स्टाफ व कैदी मौजूद रहे। कार्यक्रम का प्रारंभ सूर्य नमस्कार के साथ हुआ।