प्रतिबन्ध के बाद भी धडल्ले से जारी है पॉलीथिन की बिक्री

पोहरी। प्रतिबन्ध के बाद भी पोहरी क्षेत्र में खुलेआम पॉलीथिन का करोबार धड़ल्ले से चल रहा है। मप्र सरकार ने पॉलीथिन का उपयोग न हो इसके लिए उन्होंने एक आदेश जारी कर संपूर्ण म.प्र. में पूर्णत: प्रतिबंध लगाने की बात कहीं थी लेकिन मध्य प्रदेश के पोहरी तहसील में इस आदेश पर स्थानीय प्रशासनिक अमले ने एक दिन कार्यवाही कर इतिश्री कर ली। इसके बाद दुकानदारों द्वारा खुलेआम पॉलीथिन का उपयोग दुकानों पर किया जा रहा है।

यहां बताना होगा कि पॉलीथिन के कचरे से बढ़ते प्रदूषण एवं खुले में पड़ी पन्नियों के खाने से हो रही जानवरों की मौत को देखते हुए राज्य में पॉलीथिन के प्रतिबन्ध पर पूणतं रोक लगा दी और इसके बाबजूद शिवपुरी जिले की पोहरी तहसील में पॉलीथिन का कारोबार बड़े जोरो पर चल रहा है अभी कुछ  दिनों पहले पॉलीथिन पर प्रतिबन्ध लग चूका है जिससे कोई भी ब्यक्ति पॉलीथिन का ऊपयोग कर रहे हैं। अब देखना यह है इस आदेश पर प्रशासन अमल करा पता है या नहीं। क्या पूर्व आदेशों की तरह यह आदेश भी कचरे की टोकरी में डल जाएगा।

पन्नियां खाने से सैकड़ों जानवरों की हो चुकी है मौत
दि बारीकी से नजर दौड़ाई जाए तो पोहरी तहसील सहित ग्रामीण अंचलों में खुले में पड़ी गंदगी नुमा पन्नियों को खाने से सैकड़ों जानवर मौत के मुंह में समा गए। साथ ही दुकानदारों द्वारा अपनी दुकानों के सामने पड़ी खराब पन्नियों में आग लगाने से विशैले धुंए का सेवन कर रहे हैं। कई गंभीर बीमारियां भी पैदा हो रही है। वहीं आवारा मवेशी इन पन्नियों को खाकर दिन प्रतिदिन मौतें हो रही हैं। 

इन जगह हो रहा है पॉलीथिन का अवैध करोबार 
किरनों की दुकानों पर, सब्जी की दुकानों पर, दूध डेयरियों, कपड़ो की दुकानों पर-पानी की पाउचों पर आदि जगह पर पोहरी क्षेत्र में अभेद रूप से अधिकारियो की मिली  भगत से पॉलीथिन का करोबार खुलेआम चल रहा है। इतना ही नहीं पैकिंग के सामान भी पन्नियों का उपयोग किया जा रहा है। जो भी पूर्णत: गलत है। इन पॉलीथिन  के अवैध करोबार पर तत्काल प्रतिबंध लगना चाहिए। इस अवैध पॉलीथिन के का कारोबार ग्रामीण क्षेत्र जैसे पोहरी तहसील के भटनाबर, परीच्छा, सिरसौद, छर्च, मरौरा आदि गांव में भी पॉलीथिन के अवैध करोबार से अछूते नहीं है।