परिवार परामर्श केन्द्र : एक साथ कराई सात जोड़ो में सुलह

शिवपुरी। परिवार परामर्श केन्द्र के आज के शिविर में परामर्श दाताओं के प्रयास से सात बिछड़े पति-पत्नी को एक करने में सफलता प्राप्त हुई वहीं कुछ प्रकरण खारिज किए गए तो अन्य प्रकरणों को अगली सुनवाई के लिये तारीख दी गई है। आज रविवार को नवीन पुलिस कंट्रोल रूम में परिवार परामर्श केन्द्र शिवपुरी में 14 केसों को प्रस्तुत किये गये।

इनमें परामर्श दाताओं ने अपने परामर्श के कुशल और पारिवारिक माहौल में समझाइश से 7 केसों में बिछड़े हुये दंपत्ति को पुन: एक साथ रहने और नया जीवन शुरु करने पर आपसी रजामंदी से सहमत किया। यहां पुलिस परिवार परामर्श केन्द्र की अब तक की सबसे बड़ी सफलता है। आज के शिविर की खास बात यह है कि इसमें जहां 3 केस शहरी क्षेत्र के थे तो 4 केस ग्रामीणों से आए थे इस प्रकार कुल 7 केसों में सफलतापूर्वक सुलह और समझौता करवाया गया। 

आज की काउंसलिंग में शिवपुरी शहर का एक बहुत उलझा हुआ केस था जिसमें विवाह के 14 वर्ष बाद मामूली अनवन हो गई और पति-पत्नी दोनों अलग रह रहे थे मगर परिवार परामर्श केन्द्र के काउंसलरों की मेहनत और समझाइश से वे आज एक साथ रहने को सहर्ष तैयार हो गये। 

बेहद मजे की बात तो यह है कि एक केस में पति-पत्नी को साथ रहने में कोई दिक्कत नहीं थे, लेकिन समधी-समधी और समधिन-समधिन का विवाद था। 

परिवार परामर्श के काउंसलरों ने जहां पति-पत्नी को एक कराया वहीं समधी को समधी और समधिन को समधिन से गले मिलकर एका कराया। काउंसलिंग के बाद सातों दम्पत्ति अपने घर एक साथ रहने को रवाना हो गए। तीनों दंपत्ति एक साथ अपने-अपने घरों को रवाना हुये। पिछली काउंसलिंग में पड़ोरा गांव का एक केस में समझौता कराया गया था।

आज की काउंसलिंग में एसपी सुनील कुमार पाण्डे एवं जिला परिवार परामर्श केन्द्र के जिला संयोजक आलोक एम इंदौरिया ने विचार विमर्श के बाद यह तय पाया कि जिन परिवारों के बीच सुलह कराई गई है अब परिवार परामर्श की टीम फॉलो चैकअप के लिए सभी के घर जाकर उनकी कुशलक्षेम पूछेंगी और अलग-अलग घर में काउंसर जाएंगे। 

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाण्डे, एसडीओपी जीडी शर्मा, परिवार परामर्श केन्द्र के जिला संयोजक आलोक एम इन्दौरिया, आरआई अरविन्द सिंह सिकवार, महिला डेस्क प्रभारी आराधना डेविस सहित बिन्दु छिब्बर, उमा मिश्रा, रवजीत ओझा, गुंजन अजय खेमरिया, श्रीमती आनंदिता गांधी, शिखा अग्रवाल, श्रीमती पुष्पा खरे, श्रीमती ए.एस. कुर्रेशी, एचएस चौहान, राजेन्द्र राठौर, संतोष शिवहरे, भरत अग्रवाल, डॉ. इकबाल खान, समीर गांधी, राजेश गुप्ता रामू, राकेश शर्मा, डॉ. विजय खन्ना, मथुरा प्रसाद गुप्ता, राहुल गंगवाल, सुरेशचंद्र जैन परामर्श हेतु उपस्थित थे।