अतिक्रमण: जब गरीबों के घर टूटे तब कहा थी भाजपा,अब अपने टूटे तो क्यों हो रहा है विरोध

विकास कुशवाह/कोलारस। सत्ताधारी दल इस समय कोलारस में प्रशासन की सक्रियता से बौखलाए दिख रहे है। भाजपा पदाधिकारियो की बौखलाहट उस समय सामने आ गई जब एसडीएम के निर्देश के बाद प्रशासन नगर परिष्द कोलारस में सर्वे नंबर 416 शासकीय भूमी पर बने अवैध निर्माण को हटाने प्रशासनिक अमला पहुंचा तो अतिक्रमण तोडऩे के विरोध कि आड़ में अपनी मन कि भड़ास जमकर निकाली।

हुआ कुछ यू कि कोलारस में भाजपा कार्यकर्ता का मकान अतिक्रमण में आ रहा था जिसे जांच के बाद साबित हो गया जिसके बाद कोलारस एसडीएम आर के पांडे ने अतिक्रमण के विषय में 15 फरवरी को नगर परिषद सीएमओ पत्र को लिखा था जिसके बाद एसडीएम के र्निदेश पर नगर परिषद द्वारा 16 फरवरी को अतिक्रमणकारियो को 17 फरवरी को अतिक्रमण हटाने के लिए अल्टीमेअम दिया।  

भाजपा कार्यकर्ता विकास से इस कदर बौखलाए है। लेकिन भाजपा का सक्रीय कार्यकर्ता होने के चलते प्रषासन पर दबाब बनाने के लिए लगातार खींचतान शुरू हो गई और अल सुबह से ही कोलारस में तमाम जगह भाजपा पदाधिकारियो की मीटिंग शुरू हो गई जिसमें कई भाजपा के दिग्गजो ने शिरकत कि और प्रशासन पर दबाब बनाने कि कारगुजारी शुरू कर दी गईं। 

जैसे ही प्रशाासन अपने निर्धारित समय पर अतिक्रमण स्थल पर पहुंचे तब शुरू हुआ विरोध का सिल सिला अपनी गरेवां में प्रशासन का हाथ पहुंचने से पहले ही अपनी योजना के तहत भाजपा कार्यकर्ताओ ने हंगामा कर दिया और अतिक्रमण का पुरजोर विरोध किया और सत्ता का रोंप दिखाकर हाल तो एसडीएम आरके पांडे के लौटने तक तो मामले को सुलझा दिया 

अतिक्रमण विरोध में भाजपा पदाधिकारियो ने दर्जनो कार्यकताओ के साथ मिलकर रैली निकालकर अपना विरोध दर्ज कराया रैली के रूप में भाजपा कार्यकर्ता ऐबी रोड होते हुए नगर पंचायत पहुंचे जहां पर सीएमओ प्रियंका सिंह को कार्यवाही के विरोध में ज्ञापन सोंपा। 

अपनी राजनीती कि रोटियां सेंकने नेताओ ने की कोलारस की दौड़
नगर परिषद कोलारस में सर्वे नंबर 416 शासकीय भूमी पर बने अवैध निर्माण को हटाने को हटाने जब प्रशासन अमला पहुंचा तो भाजपा ने विरोध करने की आड़ में गरीबो को आगे लाकर खड़ा कर दिया। और अपने आपको गरीबो का साथी बताने लगे। 

अतिक्रमण विरोध में पहुंचे पहले कांग्रेस और अब भाजपा के नेताओ ने ने कांग्रेसियो को जमकर कोसा और अतिक्रमण तोडऩे कि कार्यवाही को चुनावी रंजिश बताया। अपने आपको गरीबो का हमर्दद बताया लेकिन जनता को बात समझ नही आ रही कि जब भाजपा के पदाधिकारियो के गले तक अतिक्रमण का हाथ पहुंचा तभी भाजपा को गरीबो की और अतिक्रमण कि याद क्युं जबकी पिछले दिनो ही माधवराव सिंधिया कालेज के पीछे बने गरीबो के घरो को तोड़ा गया जब भाजपा के लोग कौन सी नींद सो रहे थे। 

यह बात लोगो को हजम नही हो रही यहां तक कि उस समय विरोध तो दूर दिलासा देने के लिए भी गरीब बस्ति में नही पहुंचे जिससे गरीब लोगो पर राजनीत कर रहे भाजपाईयो को आईने के तरह साफ दिखा रही है। इस पूरे मामले में अपने राम का कहना है कि ‘‘खीर में सोंझ और महेरी में अलग अलग’’। मामला चाहे जो भी हो भाजपा कि बौखलाहट साफ दिखाई दे रही है। लेकिन यह भी कहना गलत नही होगा ही भले ही प्रदेश और केन्द्र में भाजपा सरकार काबिज हो लेकिन जिले में कांग्रेस का परचम लहरा रहा है। जिसकी तकलीफ कल अतिक्रमण में साफ देखी गई।